कर्नाटक के बंगलुरु में वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या कर दी गई है. उनके घर के पास ही कुछ लोगों ने उन पर हमला किया. पुलिस के मुताबिक लंकेश कार से उतरकर घर का गेट खोल रही थीं, इसी दौरान बाइक सवार लोगों ने उनको गोली मार दी. बंगलुरु के राजराजेश्वरी इलाके में रहने वाली लंकेश को बाइक सवारों ने नजदीक से 7 गोलियां मारी. हत्या के बाद पुलिस ने हमलावरों की तलाश के लिए तीन टीमें गठित की हैं, शहर की सीमाएं सील कर दी गई हैं.
गौरी लंकेश की हत्या के बाद लोगों में गुस्सा है और कोई इस घटना की कड़ी आलोचना कर रहा है. उनकी पहचान दक्षिणपंथी विचारों की तीव्र आलोचक के रूप में थी. वो पहले भी धमकियों का जिक्र कर चुकी थीं. गौरी साप्ताहिक मैगजीन लंकेश पत्रिके की संपादक थीं. इसके साथ ही वो अखबारों में कॉलम भी लिखती थीं. टीवी न्यूज चैनल डिबेट्स में भी वो एक्टिविस्ट के तौर पर शामिल होती थीं. लंकेश के दक्षिणपंथी संगठनों से वैचारिक मतभेद थे. गौरी लंकेश को हिंदुत्ववादी राजनीति का घोर आलोचक माना जाता था.
घटना के बाद पत्रकार जगत और सिविल सोसायटी में शोक की लहर है. प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, एनबीए और फाउंडेशन फॉर मीडिया प्रोफेशनल्स ने जानलेवा हमले पर नाराजगी जताई है और इसे लोकतंत्र पर हमला बताया है. हमले के विरोध में कई संगठन जुट रहे हैं और बंगलुरु में विरोध प्रदर्शन की भी खबर है. लोगों ने कैंडिल मार्च भी निकाला. सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भी लंकेश की हत्या के विरोध में बुधवार शाम 6 बजे कैंडल मार्च का आह्वान किया है.
कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने गौरी लंकेश की हत्या की निंदा की है और कहा कि वह पत्रकारों के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा का विरोध करते हैं. वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी वरिष्ठ कन्नड़ पत्रकार की हत्या की निंदा की और कहा कि सच को कभी दबाया नहीं जा सकता. केंद्रीय खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राठौड़ ने ट्वीट किया, ‘बंगलुरु से गौरी लोकेश की जघन्य हत्या की खबर है. मैं पत्रकारों के खिलाफ हिंसा की निंदा करता हूं.’ राहुल ने ट्वीट किया, ‘सच को कभी दबाया नहीं जा सकता. गौरी लंकेश हमारे दिलों में बसती हैं. मेरी संवेदनांए और प्यार उनके परिवार के साथ. दोषियों को सजा मिलनी चाहिए.’ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी महिला पत्रकार की हत्या पर शोक व्यक्त किया.
Terrible news from Bengaluru about the heinous murder of Gauri Lankesh. I condemn all acts of violence against journalists.
— Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) 5 September 2017
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘गौरी एक तर्कशील थीं जिन्हें गोलियों से शांत करा दिया गया. उनकी हत्या उन लोगों को चुप कराने का प्रयास है जो विपरीत विचार रखते हैं. दुर्भाग्यपूर्ण है.’ केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पत्रकार की हत्या पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘उनकी हत्या की खबर ‘स्तब्ध’ कर देने वाली है.’ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पत्रकार हत्या मामले को ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’ और ‘खतरनाक’ करार दिया. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैय्या ने कहा कि वो घटना से आहत हैं और गृह मंत्री और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं.
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि ये आजाद पत्रकारिता पर हमला है. हर भारतीय को इसकी कड़ी निंदा करनी चाहिए. गौरी लंकेश पर हमले को लेकर जावेद अख्तर ने सवाल किया- अगर दाभोलकर, पानसरे, कलबुर्गी और लंकेश जैसे लोग मारे जा रहे हैं, तो मारने वाले कैसे हैं. वहीं शबाना आजमी ने लिखा, गौरी लंकेश पर हमला दर्दनाक, दाभोलकर, पानसरे, कलबुर्गी के हत्यारों को सजा मिलनी चाहिए.
Dhabolkar , Pansare, Kalburgi , and now Gauri Lankesh . If one kind of people are getting killed which kind of people are the killers .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) 5 September 2017
जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने भी ट्वीट कर गौरी की हत्या पर शोक जताया. कन्हैया ने लिखा कि वह गौरी लंकेश की कायरतापूर्ण हत्या से दुखी हैं. वह मेरे लिए एक मां की तरह थीं. वह हमेशा मेरे दिल में जीवित रहेगी. लिबर्टी केवल तब तक ही जीवित रहेगी, जब तक विरोधाभासी विचार स्वतंत्र रूप से बोले और लिखे गए हैं.
Deeply shocked and saddened at the cowardly murder of #GauriLakesh! She was like a mother to me. She will always be alive in my heart. pic.twitter.com/6x4u5UaXqt
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyajnusu) 5 September 2017
पिछले साल बीजेपी सांसद प्रह्लाद जोशी की तरफ से दायर मानहानि मामले में गौरी लंकेश को दोषी करार दिया गया था.