संघ के वरिष्ठ नेता और नरेंद्र मोदी के करीबी राम माधव अब बीजेपी के लिए काम करेंगे. ये फैसला लिया गया है मध्य प्रदेश के धार में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक में. पी मुरलीधर राव के बाद राम माधव संघ के दूसरे ऐसे नेता है जिन्हें बीजेपी की जिम्मेदारी दी जा रही है. इस बीच खबर है कि संघ के एक और नेता शिव प्रकाश भी बीजेपी के लिए काम करेंगे.
आपको बता दें कि राम माधव संघ के प्रवक्ता रह चुके हैं, वहीं शिव प्रकाश प्रांत प्रचारक थे. सूत्रों के हवाले से खबर है कि राम माधव को उनके कद के हिसाब से बीजेपी में बड़ा पद मिल सकता है. हालांकि अभी इसका आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है.
दरअसल, सत्ता संभालने के बाद नरेंद्र मोदी की नजर संगठन पर भी है. उन्होंने अपने पहले भाषण में ही साफ कर दिया था कि उनकी नजर अब 2019 पर है. इसके अलावा साल के अंत तक कई राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होंगे. ऐसे में वह सरकार और संगठन के बीच बेहतर तालमेल चाहते हैं. पहले से ही मोदी के करीबी अमित शाह के बीजेपी अध्यक्ष बनने की चर्चा तेज हैं, अब राम माधव की एंट्री को मोदी के इसी एजेंडे का हिस्सा माना जा रहा है.
जैसे ही राम माधव के बीजेपी में शामिल होने की खबरें आईं विरोधियों ने संघ पर निशाना साधना शुरू कर दिया. कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा कि बीजेपी संघ का राजनीतिक विंग है. आरएसएस बिना किसी जिम्मेदारी के सत्ता का सुख भोगना चाहता है. वहीं जेडीयू नेता अलि अनवर ने कहा, 'इससे साफ हो गया है कि आरएसएस भी सक्रिय राजनीति में हिस्सा लेता है और इस संगठन ने बीजेपी को हाइजैक कर लिया है.'