पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन ने अलगाववाद का रुख छोड़कर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. लोन लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हिस्सा लेने वाले पहले अलगाववादी नेता होंगे.
अपने फैसले का ऐलान करते हुए लोन ने कहा, "मैं संसद में जाकर कश्मीरियों की आवाज उठाना चाहता हूं. पाकिस्तान के अलावा कुछ और लोगों को मेरा यह फैसला अच्छा नहीं लगेगा" हालांकि लोन ने यह भी साफ किया कि उनके इस फैसले को भारतीय लोकतंत्र की जीत के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए.
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के संस्थापक नेता अब्दुल गनी लोन के बेटे सज्जाद लोन का कहना था, "मेरे बारे में पहले से ही कोई नतीजा न निकाला जाए, बल्कि मुझे अपनी विचारधारा को नए तरीके से आगे बढ़ाने दिया जाए. मुझे एक मौका दीजिए, मेरी जीत के लिए दुआ कीजिए. मैंने अपनी विचारधारा नहीं बदली, बस अपना तरीका बदला है"