अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले के बाद यह बात सामने आई है कि इस यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था में तमाम खामियां थीं. आजतक को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के अनुसार श्राइन बोर्ड की वेबसाइट से ऑनलाइन यात्रा पर्ची लेने वाले ज्यादातर यात्री सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करते हैं.
ऑनलाइन पर्ची वाले करते हैं लापरवाही
प्राप्त जानकारी के अनुसार वेबसाइट से ऑनलाइन यात्रा पर्ची लेने वाले बहुत सारे यात्री सीधे जम्मू-कश्मीर आकर प्राइवेट गाड़ी लेते हैं और यात्रा पर चल पड़ते हैं. इस तरह अमरनाथ यात्री श्राइन बोर्ड की वेबसाइट में दिए गए नियमों का उल्लंघन करते हैं.
प्रशासन हुआ सतर्क
सूत्रों के मुताबिक़ अब अमरनाथ यात्रियों को नए नियमों का पालन करना होगा. अमरनाथ यात्रा को लेकर जो यात्री सीधे श्राइन बोर्ड की यात्रा पर्ची लेकर टूरिस्ट के तौर पर निकल जाते है, उनकी अलग-अलग जगह चेकपोस्ट और नाकों पर चेकिंग की जाएगी. यात्रियों के काफिले से बाहर जाने पर पूरी तरह से रोक लगेगी. इसी प्रकार जो यात्री अपनी सुविधा के अनुसार टूरिस्ट बनकर घूमने-फिरने निकल जाते हैं, उन पर भी रोक लगेगा. प्राप्त जानकारी के अनुसार यात्री खुद CRPF के काफिले के साथ यात्रा करने से बचते हैं. अब यात्रियों के लिए काफिला में जाने के लिए कड़े नियम के तहत चलना होगा. जो अनरजिस्टर्ड गाड़ियां नेशनल हाईवे पर अमरनाथ यात्रा के लिए चलती हैं, उनकी पहचान कर उनको नजदीक के कैम्प तक ले जाना होगा.
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
इस बीच आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा काफी कड़ी कर दी गई है. CRPF ने अपने एस्कॉर्ट्स गाड़ियों की संख्या दो गुनी कर दी है. ROP में लगे जवानों की संख्या 25 प्रतिशत तक बढ़ाई गई है. CRPF की 10 रिजर्व कंपनी को और अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में लगाया गया. यात्रा रूट पर ड्रोन की संख्या बढ़ा दी गई है. अनरजिस्टर्ड गाड़ियों की चेकिंग के लिए नाकों की संख्या बढ़ाई गई है. CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस नाकों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के जरिये कड़ी निगरानी करेगी. शाम 7 बजे के बाद रोड डॉमिनेश टीम की जांच करने के लिए ज्यादा संख्या बढ़ाई गई है ताकि एरिया डोमिनेशन ठीक तरीके से हो सके.