मुंबई पुलिस कमिश्नर सत्यपाल सिंह ने बड़ा ही अजीबो-गरीब बयान दिया है. सत्यपाल सिंह ने एक कार्यक्रम में कहा कि सेक्स एजुकेशन से महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ता है.
श्री सिंह ने अमेरिका का हवाला देते हुए कहा कि सेक्स एजुकेशन होने के बावजूद अमेरिका में महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा अपराध होते हैं. पुलिस कमिश्नर ने सेक्स एजुकेशन के बजाए मोरल एजुकेशन देने की नसीहत दी है.
बाद में इस संबंध में श्री सिंह ने सफाई दी है और कहा है कि उनकी बातों को गलत तरीके से पेश किया गया है. उनके मुताबिक सेक्स शिक्षा के संबंध में बुद्धिजीवियों और संस्थानों को फैसला करना चाहिए. सेक्स शिक्षा का उद्देश्य युवाओं को जागरुक बनाना होना चाहिए.
गौरतलब है कि सोमवार को भी श्री सिंह ने टीवी और सिनेमा की भी कड़ी आलोचना की थी और कहा था सीरीयल में खुले आम अवैध संबंधों के बारे में दिखाया जा रहा है. मगर कोई इसकी आलोचना नहीं करता है. आज कल के युवा अपने माबाइल पर भी पोर्न देखने से परहेज नहीं करते हैं.
मैगजीन में छपी कविता के लिए मुंबई पुलिस ने मांगी माफी
दूसरी ओर मुंबई पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर की कविता ने महकमे के लिए बड़ा बखेड़ा खड़ा कर दिया. सीनियर अफसरों की नजर से गुजरे बगैर पुलिस की मैगजीन में छपी कविता के लिए मुंबई पुलिस को लिखित रूप में माफी मांगनी पड़ी है.
मैगजीन के नवम्बर के अंक में छपी कविता को लेकर मैगज़ीन और इससे जुड़े अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी. आरोप है कि कविता से सांप्रदायिक सद्भाव को खतरा था. शिकायतकर्ता इस मामले में अदालत का दरवाजा खटखटाने की भी धमकी दे रहे हैं.