scorecardresearch
 

साईं बाबा विवाद: शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने कहा- साईं भक्त उमा भारती से नाराज हैं भगवान राम

साईं बाबा की पूजा को लेकर घमासान बढ़ता जा रहा है. केंद्रीय मंत्री उमा भारती के बयान से नाराज शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने आज इस मामले को लेकर अपने हरिद्वार स्थित आश्रम में साधु-संतो की बड़ी बैठक बुलाई है. बैठक में साईं बाबा की पूजा को लेकर विचार-मंथन होगा.

Advertisement
X
साईं बाबा की पूजा को लेकर विवाद
साईं बाबा की पूजा को लेकर विवाद

साईं बाबा की पूजा को लेकर घमासान बढ़ता जा रहा है. केंद्रीय मंत्री उमा भारती के बयान से नाराज शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने आज इस मामले को लेकर अपने हरिद्वार स्थित आश्रम में साधु-संतो की बड़ी बैठक बुलाई है. बैठक में साईं बाबा की पूजा को लेकर विचार-मंथन होगा.

Advertisement

बताया जा रहा है इस बैठक में साईं बाबा की पूजा के समर्थन में बयान देने वाली जल संसाधन मंत्री उमा भारती के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया जा सकता है. इस बैठक में गंगा के मुद्दे पर भी चर्चा होगी.

इससे पहले साईं बाबा की पूजा को सही बताने पर शनिवार को शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद केन्द्रीय मंत्री उमा भारती पर जमकर बरसे. शंकराचार्य ने कहा कि उमा भारती साईं की पूजा का समर्थन कर दबाब की राजनीति कर रही हैं. स्वामी स्वरूपानंद ने कहा है कि उमा भारती राम भक्त नहीं हैं. वह साईं की पूजा करती हैं. उमा ने अपनी भक्ति का स्वरूप बिगाड़ लिया है. उनसे राम भगवान नाराज हैं. साईं भक्ति उमा भारती की असफलता की वजह है.

उन्होंने कहा कि उमा मंत्री हैं, भगवान नहीं. उन्हें जनता ने शासन करने के लिए चुना है और वो धार्मिक व्यवस्थाओं में दखल ना दें. इससे पहले उमा भारती ने हरिद्वार में साईं पूजा का समर्थन करते हुए कहा था कि वो खुद साईं भक्त हैं और यदि उनके भक्त साईं को भगवान मानते हैं तो क्या गलत है.

Advertisement

वहीं उमा भारती ने कहा है कि वह संत परंपरा में यकीन रखती हैं और इस विवाद को आगे बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं.

अब केंद्रीय जल संसाधन मंत्री के इस बयान पर शंकराचार्य बिफर गए हैं. उन्होंने उमा भारती की गुरु भक्ति को ही सवालों के घेरे में खड़ा करते हुए कहा कि जिन गुरु स्वामी विश्वेश तीर्थ से संन्यास की दीक्षा ली हैं, वह साईं पूजा का विरोध कर रहें हैं. उन्होंने हमारी बात का सर्मथन किया है. सनातन पंरपरा में संन्यासी गुरु भक्त होता है तो उमा कैसी संन्यासिनी हैं जो अपने गुरु के विरूद्ध जा रही हैं.

शंकराचार्य ने कहा कि हिन्दू धर्म में सनातन धर्म में आचार्य धार्मिक व्यवस्थाओं को देखते हैं और उमा बताएं कि कौन सा आचार्य कह रहा है कि साईं की पूजा करना उचित है.

आपको बता दें ये विवाद तब शुरू हुआ था जब द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा था कि हिंदुओं को साईं की पूजा नहीं करनी चाहिए.

Advertisement
Advertisement