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शरद पवार ने की IAS निधि पर एक्शन की मांग, गोडसे को कहा था थैंक्यू

आईएएस अधिकारी निधि चौधरी ने अपने ट्वीट में मांग की थी कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की फोटो नोटों से हटाई जाए. इसके साथ ही उन्होंने नाथूराम गोडसे को शुक्रिया कहा था. विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने अपनी ट्वीट डिलीट कर दिया था.

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(फाइल फोटो)
(फाइल फोटो)

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महाराष्ट्र की IAS ऑफिसर निधि चौधरी के महात्मा गांधी पर ट्वीट के बाद सियासत गरमा गई थी. चौधरी ने अपने ट्वीट में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की फोटो नोटों से हटाने की मांग की थी और नाथूराम गोडसे को शुक्रिया कहा था. विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था.

अब इस मामले पर एनसीपी चीफ शरद पवार ने महाराष्ट्र के मु्ख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने IAS ऑफिसर निधि चौधरी के खिलाफ महात्मा गांधी वाले ट्वीट पर कार्रवाई करने की मांग की है.

इससे पहले भी निधि चौधरी के इस ट्वीट पर एनसीपी ने कड़ी आपत्ति जताई थी और उन्हें सस्पेंड करने की मांग की थी. एनसीपी नेता जितेंद्र अनहद ने कहा था कि गांधी जी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए हम तुरंत निधि चौधरी के सस्पेंशन की मांग करते हैं, उन्होंने नाथूराम गोडसे को महिमामंडित किया है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.

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निधि चौधरी 2012 बैच की आईएएस हैं. इस वक्त वह BMC में कार्यरत हैं. इससे पहले वह सहायक कलेक्टर रह चुकी हैं. 17 मई को एक ट्वीट में उन्होंने लिखा था, 'हम शानदार रूप से 150वीं जयंती मना रहे हैं, यही मौका है कि हम अपने नोटों से उनकी तस्वीर हटा दें, दुनिया भर से उनकी मूर्तियां हटा दें, उनके नाम से रखी गई संस्थाएं और सड़कों के नाम बदल दें, ये हम सभी की ओर से उन्हें असली श्रद्धांजलि होगी, 30 जनवरी 1948 के लिए थैंक्यू गोडसे.'

इस ट्वीट पर विवाद होने के बाद निधि चौधरी ने इसे डिलीट कर दिया. निधि ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा, '17 मई के अपने ट्वीट को मैंने डिलीट कर दिया, क्योंकि कुछ लोग इसे गलत समझ गए. अगर वो 2011 से मेरे टाइमलाइन को फॉलो किए हुए होते तो वे समझते कि मैं गांधी जी का अनादर करने की सोच भी नहीं सकती हूं, मैं उनके सामने पूरी श्रद्धा से सिर नवाती हूं और अपनी आखिरी सांस तक ऐसा करती रहूंगी.'

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