जेडीयू के मुखिया शरद यादव गुरुवार को राज्यसभा में इंश्योरेंस में एफडीआई पर बोल रहे थे, लेकिन बीच में उन्होंने अपने सुर बदले और महिलाओं और उनके रंग पर बोलना शुरू कर दिया.
शरद यादव ने सदन में कहा कि दिल्ली गैंगरेप पर डॉक्यूमेंट्री बनाने वाली लेस्ली उडविन गोरी हैं इसलिए उन्हें डॉक्यूमेंट्री शूट करने की इजाजत आसानी से मिल गई. इसके बाद उन्होंने कहा, 'दक्षिण भारत की महिलाएं काली होती हैं, उनके पास…उनकी बॉडी…'. यादव की बात सुनकर सदन में बैठे सांसदों ने उन्हें यह कहकर वापस मुद्दे पर लाने की कोशिश की कि 'शरदजी बिल'. लेकिन शरद यादव नहीं रुके और दक्षिण भारतीय महिलाओं के डांस करने के हुनर पर बोलने लगे.
डीएमके सांसद एमके कनिमोई ने शरद यादव के बयान पर आपत्ति भी जताई, लेकिन यादव ने कहा कि इस मुद्दे पर बात करने में कोई नुकसान नहीं है. उन्होंने कहा कि सिर्फ इसलिए कि यह गंभीर चर्चा है, इसका यह मतलब नहीं है कि हमें हमेशा गंभीर रहना चाहिए.
जेडीयू प्रमुख ने केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद पर भी चुटकी ली. उन्होंने कहा, 'आपके भगवान रविशंकर प्रसाद की तरह सांवले हैं, लेकिन आप मैट्रीमोनियल ऐड में गोरी-चिट्टी दुल्हन की मांग करते हैं.' इस पर प्रसाद खड़े होकर बोले कि एक और सांवला आदमी था-महात्मा गांधी, जिन्होंने गोरों को देश से बाहर भगाया था.