महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भले ही राज्य में कांग्रेस को सफलता नहीं दिला सके हों, लेकिन चव्हाण की पार्टी के नेता शशि थरूर विधानसभा चुनाव में उनकी व्यक्तिगत जीत को लेकर खुश हैं.
थरूर ने ट्वीट किया, ‘पृथ्वीराज चव्हाण को यह साबित करने के लिए बधाई कि सिद्धांतों, ईमानदारी वाला और अंग्रेजी भाषा में शिक्षा प्राप्त करने वाला व्यक्ति भी चुनाव जीत सकता है.’
कराड से पहली बार विधानसभा चुनावों में किस्मत आजमाने वाले चव्हाण ने सात बार के विधायक और कांग्रेस के बागी नेता विलास पाटिल उंदलकर को 14,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया.
हालांकि चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करते हुए वह सत्ता में काबिज रहने में विफल रहे और अगली सरकार बीजेपी की अगुवाई में बनने के आसार हैं.
कांग्रेस में एक वर्ग का मानना है कि ईमानदार छवि के बावजूद चव्हाण के ‘गैर-राजनीतिक’ रवैये ने पार्टी को लाभ पहुंचाने के बजाय नुकसान ज्यादा पहुंचाया है.
थरूर ने एक और ट्वीट में टिप्पणी की कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के वोट प्रतिशत में लोकसभा चुनावों के मुकाबले 23 फीसदी का इजाफा हुआ है और उन्हें भरोसा है कि पार्टी का पुनरुत्थान शुरू हो रहा है. पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनाव परिणामों को लेकर मनोबल गिराने की कोई जरूरत नहीं है और अब कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती है.
उन्होंने कहा, ‘हमने पहले ऐसा किया है और सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी के नेतृत्व में ऐसा फिर से करेंगे. मनोबल गिराने की कोई जरूरत नहीं है.’
-भाषा से इनपुट