बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से ‘वन मैन शो’ और ‘टू मेन आर्मी’ के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी अब दोबारा प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे.
सिन्हा केंद्र की बीजेपी सरकार और उसकी नीतियों के खिलाफ अक्सर तीखी टिप्पणी करते रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ‘पार्टी किसी आदमी से बड़ी होती है लेकिन देश पार्टी से बड़ा होता है.’ सिन्हा ने कहा, ‘इसलिए, मैंने जो कुछ कहा है और किया है, वह देश के हित में है और निश्चित रूप से खुद के हित में नहीं है. अब तक मैंने कभी अपने लिए किसी फायदे की बात नहीं की है.’
सिन्हा तिरुवनंतपुरम में कांग्रेस सांसद शशि थरूर की लिखी किताब ‘दी पैराडॉक्सिकल प्राइम मिनिस्टर, नरेंद्र मोदी एंड हिज इंडिया’ के विमोचन के मौके पर बोल रहे थे. बीजेपी नेता ने कहा कि देश के लोगों को रोजगार और बेहतर सुविधाओं की जरूरत है, न कि वादों और जुमलों की. उन्होंने कहा, ‘मैं 15 लाख रुपए के बारे में बात करने के खिलाफ नहीं हूं. मैं उनके (मोदी) खिलाफ नहीं हूं. मैं व्यक्तिगत रूप से वन मैन शो और टू मेन आर्मी के खिलाफ हूं. वे देश को चला रहे हैं. यह कैसी स्थिति है.’
पूर्व केंद्रीय मंत्री सिन्हा ने कहा कि कुछ लोगों ने उनसे सवाल किया था कि एक अभिनेता होने के नाते, वह नोटबंदी, जीएसटी और अन्य मुद्दों पर अपनी राय क्यों दे रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘अगर कोई वकील बिना किसी तजुर्बे और ज्ञान के वित्तीय मुद्दों पर बात कर सकता है, अगर कोई टीवी एक्ट्रेस मानव संसाधन विकास मंत्री बन सकती है और एक चाय बेचने वाला, हालांकि वह कभी नहीं थे, लेकिन मीडिया प्रचार..., इस ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं, तो मैं क्यों नहीं कर सकता.’
उन्होंने कहा कि देश के हित में नोटबंदी के बारे में बातचीत करने के लिए फिल्म इंडस्ट्री में उन्हें पर्याप्त अनुभव है. इस बीच थरूर ने सिन्हा को कांग्रेस में शामिल होने का न्योता देते हुए कहा कि उनके जैसे ‘नायक’ के लिए वहां जगह है. उन्होंने मोदी पर भी निशाना साधा और कहा कि बेहतरीन वक्ता होने के बाद भी हर बार किसी दलित या मुसलमान के साथ गलत होने पर वे चुप हो जाते हैं.
उन्होंने कहा, ‘हाल के समय में वह सबसे अच्छे बोलने वाले प्रधानमंत्री हैं लेकिन जब किसी दलित के साथ मारपीट होती है या दलित छात्र खुदकुशी करता है या एयरफोर्स के मुस्लिम हवलदार के बाप को गोमांस रखने के झूठे संदेह में पीट-पीटकर मार दिया जाता है तो प्रधानमंत्री चुप्पी साध लेते हैं.'