मोदी एवं आडवाणी के समर्थन में लोगों के बंट जाने से बीजेपी में खुली जंग शुरू हो गई है. ताजा नाम अभिनेता-राजनीतिज्ञ और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता शत्रुघ्न सिन्हा का है जो लाल कृष्ण आडवाणी के समर्थन में आगे आए हैं.
सूत्रों के मुताबिक, मोदी को बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में प्रचारित किए जाने की वजह से शुत्रघ्न काफी नाराज हैं.
शत्रुघ्न से जुड़े उनके करीबी सूत्र ने बताया, 'यह सही है कि शत्रुघ्न फ्लू की वजह से बीमार हैं लेकिन यह गोवा सम्मलेन में भाग न लेने की असली वजह नहीं है. शत्रुघ्न मोदी को बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में प्रचारित करने से दुखी हैं.'
उन्होंने कहा, 'जहां तक शत्रुघ्न की बात है तो उन्हें इस काम के लिए बीजेपी में आडवाणी से ज्यादा योग्य कोई और नजर नहीं आता. आडवाणी जी की जगह किसी और को चुनना उनका अपमान है जिन्होंने पार्टी के निर्माण में अपना खून पसीना लगाया है. यह पार्टी की छवि के लिए भी अपमानजनक है.'
सूत्रों के मुताबिक, शत्रुघ्न ने पार्टी के फैसले से डरे बिना आडवाणी का साथ देने का फैसला किया है. और शत्रुघ्न का मानना है आडवाणी को अलग-थलग करने की कोई ठोस वजह नहीं है. अटल बिहारी वाजपेयी की खराब हालत के विपरीत भगवान की कृपा से आडवाणी की सेहत अच्छी है.
शत्रुघ्न मानते हैं कि आडवाणी के आत्म-अनुशासित और अत्यधिक ईमानदारी की वजह से उनमें नेतृत्व के गुण हैं. आडवाणी शारीरिक और आत्मिक रूप से देश को नेतृत्व प्रदान करने की क्षमता रखते हैं. शत्रुघ्न के मुताबिक, आडवाणी अगले चुनाव में भारत का नेतृत्व करने की क्षमता रखने वाले इंसान हैं.
सूत्रों के मुताबिक, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसकी वजह है जिन्होंने मोदी की शक्ति को खुली चुनौती दी है और शत्रुघ्न नीतीश के खिलाफ नहीं जाना चाहते.