आज तक से खास बातचीत में शत्रुघ्न सिन्हा ने साफ कहा कि पीएम के बेस्ट कैंडिडेट आडवाणी हैं. उन्होंने सिर्फ नरेंद्र मोदी को ही चुनौती नहीं दी. बल्कि बीजेपी के कई और नेताओं के साथ भी स्कोर सैटल किए। ये सब हुआ आज तक संवाददाता अशोक सिंघल से उनकी खास बातचीत के क्रम में बोले गए वचनों के मार्फत.
पहले तो हम समझें कि शत्रुघ्न पैरवी किसकी कर रहे हैं. आडवाणी के लिए विशेषण उड़ेले जा रहे हैं.उन्हें घने बादलों के बीच रौशनी और गॉड फादर फिगर ऑफ पॉलिटिक्स कहा गया. बकौल श़ॉटगन सुषमा स्वराज प्यारी हैं. इस लिस्ट में यशवंत सिन्हा, जसवंत सिंह के अलावा दो नए नाम भी जुड़े हैं, कलराज मिश्र और शांता कुमार. ये कलराज मिश्र नब्बे के दशक में बीजेपी के यूपी में अध्यक्ष रहे, सत्ता की मलाई मंत्री बन काटी और फिलहाल लखनऊ की एक सीट से विधायक हैं. शांता कुमार भी 1991 में हिमाचल प्रदेश के सीएम रहे, मगर उसके बाद से वहां धूमल ने ही सत्ता और संगठन पर पकड़ रखी है. शांता का नाम वैसे पोस्ट गडरकी क्राइसिस सीन में वरिष्ठता के नाते अध्यक्ष के तौर पर भी उछला था. इन नेताओं के आशीर्वाद और सहयोग को शत्रुघ्न ने जरूरी बताया.
तो व्यंग्य किस किस पर किया
सवाल आया राजनाथ सिंह का. शत्रुघ्न का जवाब देखिए. ‘राजनाथ सिंह से मेरी बहुत अच्छी दोस्ती है, हमारे अध्यक्ष राजनाथ दबंग हैं. गुणी कद्दावर आदमी हैं वो.’अब इस तारीफ के बाद उन्होंने कहा कि राजनाथ को चाहिए कि पार्टी की, कार्यकर्ताओं की देश की इच्छा का सम्मान करें. और बकौल शत्रुघ्न ये इच्छा है कि आडवाणी जी जो सबसे योग्य हैं, उन्हें आगे रखा जाए.
बेटे की शादी में मां बाप को याद किया
शत्रुघ्न सिन्हा ने वही किया, जो आडवाणी करते आए हैं. मोदी की तारीफ की. मगर आखिरी में शिवराज की पूंछ जोड़ दी. लोकप्रियता की बात आई तो नरेंद्र मोदी को उनके गुजरात टूरिज्म के एंबेसडर एक्टर अमिताभ बच्चन से भी नीचे गिरा दिया. कहा कि अगर लोकप्रियता की ही बात है तो अमिताभ बच्चन सबसे लोकप्रिय हैं और उन्हें मैं चाहता हूं कि प्रेजिडेंट ऑफ इंडिया बना दिया जाए. मोदी की फजीहत यहीं नहीं रुकी. ये भी कहा शत्रुघ्न ने कि ये बीजेपी का युग है. मैं बस इतना चाहता हूं कि बेटे की शादी हो तो मां बाप को न भूला जाए.
आडवाणी होंगे बेस्ट पीएम
शत्रुघ्न ने आडवाणी के सवाल पर घुमा फिराकर बस बार बार यही कहा कि चाहे राजनीति का लिहाज हो या अनुभव और संगठन का, बीजेपी में आडवाणी बेस्ट हों. उन्हें कहा कि मेरी राय है कि आडवाणी ही सबसे बेहतर पीएम हो सकते हैं. फिर सवालिया निशान उठाते हुए शत्रु बोले कि आडवाणी पीएम क्यों नहीं हो सकते. कौन है उनसे बेहतर. इस क्रम में उन्होंने मनमोहन की उम्र का भी जिक्र किया. बात साफ थी कि अगर वो हो सकते हैं तो ये क्यों नहीं. शत्रु ने फिर दोहराया कि हमारी नजर में आडवाणी से बेहतर कोई नहीं हो सकता
बिहार के नेताओं को भी निपटाया
मोदी टीम में जगह पाए लोगों के लिए शत्रु ने पुराना जुमला दोहराया. कहा लॉलीपॉप राजनीति में यकीन नहीं.फिर बारी आई बिहार के नेताओं पर प्रहार की. राजीव प्रताप रूडी. टीम मोदी के बिहार मैन. इनके लिए शॉट गन जो बोले, उसे गौर से पढ़ें. रूडी जी मुझे बहुत पसंद हैं. स्मार्ट हैं. डैशिंग हैं. पॉलिटिकल हैं.
अब देखें कि यह तारीफ है या तारीफ! फिर बारी आई एक दूसरे बिहारी नेता की. नाम शाहनवाज हुसैन. उनके लिए शत्रुघ्न बोले कि कम उम्र में बहुत कामयाबी हासिल की शाहनवाज ने. लफ्जों पर पकड़ जबर्दस्त है उनकी और राजनैतिक समझ भी खूब है उन्हें.
शेर भी खूब सुनाए खामोश मैन ने
शत्रु ने तीन मौकों पर शेर पढ़ सब साफ कर दिया. बिहार बीजेपी में जो उन पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. उनके लिए वह बोले. उनका काम है अहले सियासत वो ही जानें. मेरा पैगाम है मुहब्बत जहां तक पहुंचे. फिर आडवाणी का नाम जपने को मोदी विरोध माने जाने पर शत्रु और खुले और बोले कि अगर सच कहना बगावत है, तो समझो मैं बागी हूं.यशवंत सिन्हा के मोदी कैंप की तरफ जाने के सवाल पर शत्रु बोले कि गैरों से कहा तुमने,गैरों से सुना तुमने, कुछ हमसे कहा होता, कुछ हमसे सुना होता.