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शीला सरकार हर मोर्चे पर विफल: विजय मल्‍होत्रा

दिल्‍ली में विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल बज चुका है. मुख्‍यमंत्री पद के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने पुराने खिलाड़ी 78 वर्षीय विजय कुमार मल्होत्रा का नाम आगे किया है. मल्‍होत्रा ने शीला सरकार पर हर मोर्चे पर विफल रहने का आरोप लगाया है.

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दिल्‍ली में विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल बज चुका है. मुख्‍यमंत्री पद के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने पुराने खिलाड़ी 78 वर्षीय विजय कुमार मल्होत्रा का नाम आगे किया है. मल्‍होत्रा ने शीला सरकार पर हर मोर्चे पर विफल रहने का आरोप लगाया है.

पार्टी आपके नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है. जीत को लेकर कितने आश्वस्त हैं?
नगर निगम के चुनाव हुए, फिर छावनी परिषद के. दोनों में हमें दो-तिहाई बहुमत मिला. यह दिल्ली का आम वातावरण है इस समय.

क्या खास मुद्दे हैं आपके पास?
हर गृहिणी को, हर आदमी को महंगाई चोट पहुंचा रही है. निवेशकों का बहुत सारा पैसा डूब गया. प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री कहते रहे कि घबराओ मत, और सूचकांक गिरता चला गया. हमारी सरकार ने लोगों को मकान के लिए सस्ती दरों पर कर्ज दिए थे, अब ब्याज दरें दो गुनी हो चुकी हैं. हर आदमी परेशान है. बम-विस्फोटों से आदमी इस तरह डरा हुआ है कि इस बार रामलीलाएं और दुर्गापूजा फीकी चली गईं. लोग सहमे हुए हैं. आतंकवाद के प्रति यह सरकार बहुत नरम है. अजीब बात है कि बाटला हाउस मामले में एम.सी. शर्मा की शहादत पर सवाल उठाए जा रहे हैं. कार्रवाई दिल्ली पुलिस ने की थी जो केंद्र की कांग्रेस सरकार के अधीन है. उसे सूचना मुंबई पुलिस ने दी थी, वहां भी कांग्रेस की सरकार है. मुस्लिम वोट लेने के लिए वे इतने गिर गए हैं. संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ माफी की फाइल रोक रखी है.

आपकी सरकार आई तो क्या करेंगे?
हां, यह मेरी सरकार का पहला प्रमुख फैसला होगा. इसे निबटाना दो मिनट का काम है. बस यही लिखकर फाइल वापस भेज देनी है कि 'दिस मैन डिजर्व्स हैंगिंग.'

शीला सरकार ने बहुत काम किए हैं. कॉलोनियों का नियमितीकरण भी हुआ है.
यह एक छलावा है. वे कहती हैं 'प्रोविजनल'. सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि ये प्रोविजनल क्या है. न जोनल प्लान है, न मास्टर प्लान है, न डिस्ट्रिक्ट प्लान है और न डेवलपमेंट प्लान है. कुछ भी नहीं है. उन्होंने सोनिया गांधी को भी इस फ्रॉड में शामिल कर लिया है. यह और भी बड़ा फ्रॉड है. एक भी झुग्गी-झोंपड़ी वाले को उन्होंने न तो प्लॉट दिया, न फ्लैट. वे बस झूठ बोलती चली आ रही हैं. अब उन पांच हजार फ्लैटों को आवंटित करने जा रही हैं जो राजग सरकार के समय में बने थे. वे हर मोर्चे पर फेल हुई हैं.
 
लेकिन सार्वजनिक परिवहन को लेकर मेट्रो शुरू हुई, नई बसें आईं.
मेट्रो तो हमारी सरकार के दौरान आई थी. जहां तक बसों की बात है, तो यह बहुत बड़ा घोटाला है. जो बसें चेन्नै में 16 लाख रु. में खरीदी गईं, वही बसें यहां 43 लाख रु. में खरीदी गई हैं. मेरी सरकार आने पर मैं इन अरबों के घोटालों की जांच कराऊंगा. वे बीआरटी पर दो हजार करोड़ रु. खर्च करवा रही हैं और इसकी वजह से जाम ही बढ़ रहा है.

{mospagebreak}दिल्ली में जरूरतमंद लोगों को मकान दिलवाने की आपके पास क्या योजना है?
सरकार मकान बनाए, यह कठिन काम है. निजी कंपनियों को खुली छूट मिलनी चाहिए. वे  किसानों से सीधे जमीन खरीदें और मकान बनवाएं. इससे प्रतिस्पर्द्धा बढ़ेगी, मकान सस्ते होंगे. सरकार को खुद को हाउसिंग से अलग कर लेना चाहिए.

एक मामला बांग्लादेशियों की घुसपैठ का है. यह आतंकवाद से भी जुड़ा है?
हम उनकी जांच कराएंगे, रिकॉर्ड तैयार करवाएंगे और केंद्र सरकार पर दबाव बनाएंगे कि इनको निकाल बाहर भेजिए.

दिल्ली में सरकार बदल गई तो कॉमनवेल्थ खेलों की तैयारियों पर फर्क नहीं पड़ेगा?
बल्कि और सुविधाजनक हो जाएगा क्योंकि मैं खुद इन तैयारियों से जुड़ा हूं.

आपकी पार्टी में पीढ़ी परिवर्तन का दौर चल रहा है. लेकिन दिल्ली में नई पीढ़ी के नेताओं की लड़ाई में कमान आप जैसे बुजुर्ग को मिली है.
मैं 16 साल की उम्र में संघ का प्रचारक बना था. यह गलत है कि बड़ी खींचतान है. थोड़ा-बहुत तो मतभेद होता है. लेकिन सभी लोग हमें सहयोग कर रहे हैं. मेरी उम्र मनमोहन सिंह के बराबर ही है. जब वे सारा देश चला सकते हैं तो मैं दिल्ली तो चला ही सकता हूं. अगर हेल्थ परमिट करती हो तो इसमें क्या बुराई है? पार्टी ने तय किया है और सभी ने स्वीकार किया है.

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