ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजे चाहे कहते रहें कि दिल्ली में इस बार कांग्रेस सत्ता की रेस में पिछड़ रही है, पर शीला दीक्षित अभी भी जीत का दावा कर रही हैं. शीला दीक्षित ने कहा है कि चुनाव के रिजल्ट के बाद अरविंद केजरीवाल गायब हो जाएंगे.
8 दिसंबर को ही वोटों की गिनती होनी है, पर शीला दीक्षित ने अब तक धीरज बनाए रखा है. जाहिर है कि वे हार से पहले हार मानने को कतई तैयार नहीं हैं. यही वजह है कि उन्होंने कजरीवाल की पार्टी AAP को अभी से भाव देना मुनासिब नहीं समझा. हालांकि एग्जिट पोल में AAP को ठीक-ठाक सीटें मिलती दिख रही हैं.
सियासी हलकों में यह भी माना जा रहा है कि केजरीवाल की पार्टी सीधे-सीधे चाहे सत्ता तक न पहुंचे, पर उसके हाथ में इस बार सत्ता की चाबी आ सकती है. खैर, उम्मीद है कि काउंटिंग होने तक अटकलों का दौर बदस्तूर जारी रहेगा और जनता खुद को 'जनार्दन' समझने की जुर्रत करती रहेगी.