तमिलनाडु के मुख्य सचिव पी राम मोहन राव के घर आयकर विभाग की छापेमारी के तार पिछले दिनों हुए मनी एक्सजेंच रैकेट के पर्दाफाश से जुड़े हैं. उस वक्त विभाग ने चेन्नई में कई जगहों पर छापे मारकर करोड़ रुपये कैश और भारी मात्रा में सोना बरामद किया था. इस मामले में बिजनेसमैन शेखर रेड्डी समेत तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. सीबीआई ने शेखर रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया है.
बालू माफिया शेखर रेड्डी की गिनती तमिलनाडु के काफी असरदार लोगों में होती है. उसके ठिकानों से 130 करोड़ कैश (34 करोड़ नए नोट) और 177 किलो सोना बरामद किया गया है. शेखर रेड्डी तिरुपति तिरुमला देवस्थानम का सदस्य भी था, जिसे छापेमारी के बाद इस पद से हटा दिया गया है. इसके संपर्क तमाम राजनेताओं और नौकरशाहों से हैं. पिछले महीने जब तमिलनाडु की सीएम जयललिता अपोलो में भर्ती थीं तो शेखर रेड्डी उनके लिए 'प्रसादम्' लेकर अस्पताल गया था. रेड्डी को मौजूदा सीएम पनीरसेल्वम का करीबी भी बताया जाता है.
शेखर रेड्डी की कंपनी जेएसआर इंफ्रा डेवलपर्स को तमिलनाडु में तमाम बड़े प्रोजेक्ट्स का ठेका मिला हुआ है. यह फर्म वर्ल्ड बैंक के सहयोग से राज्य में चल रही परियोजनाओं का भी काम कर रही है. शेखर रेड्डी के साथ हिरासत में लिए गए श्रीनिवास रेड्डी और प्रेमकुमार भी उसके इस कारोबार में साथी रहे हैं. श्रीनिवास रेड्डी बालू खनन के बिजनेस में शेखर का पार्टनर है जबकि प्रेमकुमार इनकी कंपनी के एजेंट के तौर पर काम करता है.
बालू का काला कारोबार
बताया जाता है कि तमिलनाडु में बालू खनन के धंधे पर उनलोगों का कब्जा है जिनकी सूबे के राजनेताओं और नौकरशाहों से करीबी रिश्ते हैं. बालू खनन माफिया सरकारी खदानों से बालू सस्ते दर पर खरीदते हैं. इस बालू की मात्रा कम बताकर ज्यादा से ज्यादा मुनाफा बनाने का खेल चलता है.
इसके बाद इस बालू को बिल्डरों और अन्य लोगों को काफी ऊंचे दाम पर बेच दिया जाता है. इसके लिए किसी रसीद का लेनदेन भी नहीं होता. ऐसे में बालू माफिया को जबरदस्त कमाई होती है और टैक्स भी नहीं देना पड़ता है. ऐसे में हर साल करोड़ों का काला कारोबार चलता है.