राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहनराव भागवत ने केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे की ‘हिंदू आतंक’ संबंधी टिप्पणी पर उनके खेद को खारिज करते हुए कहा कि यह खेद आगामी चुनाव में एक विशेष वर्ग के मतदाताओं को खुश करने के प्रयासों का हिस्सा है.
हिंदू आतंकी टिप्पणी तथा बाद में जताए गए खेद के बावजूद शिंदे को माफ करने के मूड में नहीं दिख रहे भागवत ने कहा, ‘उनकी (शिंदे की) टिप्पणी और अफसोस बकवास है.’ वह एक सवाल के जवाब में सत्र के दौरान जनता की ओर से किए गए सवालों का जवाब दे रहे थे.
मोहन भागवत ने कहा कि संघ परिवार ने कभी हिंसा में यकीन नहीं रखा और गृह मंत्रालय के पास प्रथम दृष्टया कोई सबूत हैं, तो सार्वजनिक रूप से बोलने के बजाय मंत्री को उचित कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए.
बलात्कारों के 'भारत' में नहीं बल्कि 'इंडिया' में घटित होने संबंधी उनके विचारों पर किए गए सवाल के जवाब में भागवत ने दोहराया कि विषय पर उनके बयान को ‘गलत तरीके से पेश’ किया गया. भागवत चार दिन की ओडिशा यात्रा पर हैं.