महाराष्ट्र चुनाव का बिगुल बज चुका है, पर अभी तब एक-दूसरे की सहयोगी पार्टियों के बीच ही सीटों के बंटवारे को लेकर टकराव बरकरार है. बीजेपी और शिवसेना के बीच अब तक सीटों का हिसाब नहीं सुलझ सका है. शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ अहम बैठक की, जिसमें कोई भी नतीजा नहीं निकल सका है.
शिवसेना के बड़े नेताओं ने बीजेपी के साथ सीटों के बंटवारे पर कोई भी फैसला अब उद्धव ठाकरे पर छोड़ दिया है. 'मातोश्री' में मीटिंग में तय हुआ कि अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष ही लेंगे. शिवसेना मुख्यमंत्री पद के साथ-साथ 150 सीटों की मांग कर रही है.
दूसरी ओर, लंबे समय से शिवसेना की सहयोगी बीजेपी भी अपनी मांगें छोड़कर झुकने को तैयार नहीं है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने साफ कह दिया है कि सम्मान के साथ किसी तरह का समझौता नहीं होगा.
दूसरी ओर, महाराष्ट्र में कांग्रेस व एनसीपी का भी हाल कुछ ऐसा ही है. दोनों पार्टियों के बीच कलह जारी है. एनसीपी के सुनीत तटकरे ने तो यहां तक कह दिया है कि अगर जल्द ही सीटों के मसले का हल नहीं निकाला गया, तो उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी.
बहरहाल, महाराष्ट्र के दोनों बड़े गठबंधनों में अंदरूनी घमासान जारी है. यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि कुर्सी की खातिर सीटों का विवाद आखिरकार क्या रंग लाता है.