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उद्धव ने BJP को दी हवा में न उड़ने की नसीहत, गडकरी का जवाब, 'पैर जमीन पर हैं'

ताजा उपचुनाव में बीजेपी की हार के बाद शिवसेना ने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी को 'जनता को अपनी बपौती न समझने' और 'हवा में सवार होकर तलवारबाजी न करने' की नसीहत दे डाली है. शिवसेना प्रमुख ने बीजेपी को पैर जमीन पर रखने की हिदायत दी थी. इस पर जवाब देते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पार्टी के पैर जमीन पर ही हैं.

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uddhav thackeray
uddhav thackeray

ताजा उपचुनाव में बीजेपी की हार के बाद शिवसेना ने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी को 'जनता को अपनी बपौती न समझने' और 'हवा में सवार होकर तलवारबाजी न करने' की नसीहत दे डाली है. शिवसेना प्रमुख ने बीजेपी को पैर जमीन पर रखने की हिदायत दी थी. इस पर जवाब देते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पार्टी के पैर जमीन पर ही हैं. याद रहे कि बीजेपी और शिवसेना पुराने सहयोगी हैं लेकिन महाराष्ट्र आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे के मुद्दे पर दोनो पार्टियों में खींचतान चल रही है.

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शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में बेहद तल्ख लहजे में बीजेपी को नसीहत दी है. उन्होंने इसे महाराष्ट्र के चुनावों के लिए भी एक सबक बताते हुए लिखा, 'यह सबक सबके लिए है. जनता को अपनी बपौती नहीं समझना चाहिए. पैर जमीन पर रखें. जीत का उन्माद न चढ़ने दें और हवा पर सवार होकर तलवारबाजी मत कीजिए.'

'नहीं हुआ लव जिहाद के मुद्दे का फायदा'
उन्होंने लिखा, 'यह सबक जो लोग लेंगे वही महाराष्ट्र पर कब्जा करेंगे. अन्यथा जनता उल्टा-सुल्टा करके चमड़ी छील डालेगी.' शिवसेना प्रमुख ने लिखा कि 'लव जिहाद' का मुद्दा उठाने का भी बीजेपी को कोई फायदा नहीं हुआ. उन्होंने लिखा, 'उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ में लव जिहाद का मुद्दा उठाया था. लेकिन उसका कुछ विशेष परिणाम हुआ था, ऐसा नहीं दिखाई देता.'

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हालांकि शिवसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि उपचुनाव के नतीजों को मोदी से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. उन्होंने लिखा, 'महत्वपूर्ण बात यह है कि (कांग्रेस को) यह जीत राहुल गांधी या सोनिया गांधी के कारण मिली, ऐसा कोई नहीं बोल सकता. उसी तरह यह मोदी के खिलाफ दिया गया जनमत है, ऐसी बांग भी कोई न मारे.'

महाराष्ट्र में अकेले लड़ने को तैयार शिवसेना!
याद रहे कि महाराष्ट्र में सीटों को लेकर बीजेपी और शिवेसना आमने-सामने हैं. बीजेपी ने 135-135 सीटों का फॉर्मूला दिया था, जबकि शिवसेना 150 सीटों पर प्रत्याशी उतारने के लिए अड़ी है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के प्रस्ताव को खारिज करते हुए सोमवार को साफ कर दिया था कि बीजेपी को 135 सीटें देना संभव नहीं है. सूत्रों के मुताबिक खबर है कि शिवसेना ने विधानसभा की सभी 288 सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों की सूची तैयार कर ली है.

एक खबर यह भी है कि उपचुनाव के नतीजे के बाद नए फॉर्मूले के तहत शिवसेना को 145 सीटें देने पर विचार हो रहा है जबकि बीजेपी को 125 सीटें मिल सकती है.

जानकारों का मानना है कि उपचुनाव में बीजेपी के खराब प्रदर्शन से सीट बंटवारे को लेकर शिवसेना की दावेदारी मजबूत होगी. बुधवार के सामना में एक खबर छपी है जिसका शीर्षक है, 'हार के बाद ढीले पड़े शाह-वाजपेयी के तेवर.'

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