कल शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और स्पीकर रहे मनोहर जोशी को लताड़ लगाई थी तो आज मनोहर जोशी ने पलटवार करते हुए कह दिया कि दशहरा रैली में उनका विरोध पूर्व नियोजित था. बकौल जोशी, मैं ये नहीं कहूंगा कि इसके पीछे उद्दव ठाकरे का दिमाग था. आप चाहें तो यह कह सकते हैं. लेकिन फिर ठाकरे पर निशाना साधते हुए वह बोले कि अगर पार्टी नेतृत्व चाहता, तो इन चीजों से बेहतर ढंग से निपट सकता था.
मनोहर जोशी ने कहा कि मैंने इस बारे में उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखी है. शिवसेना नेता के मुताबिक उद्धव पार्टी के नेता हैं. बाला साहेब के बेटे हैं. मुझे लगता है कि ये मेरी जिम्मेदारी है कि मैं जो महसूस कर रहा हूं, उसके बारे में उन्हें अवगत कराऊं.
अपनी स्थिति साफ करते हुए मनोहर जोशी बोले कि मैं जबरन नाराजगी या अपनी हैसियत बढ़ाने की कोशिशों में नहीं लगा हूं. लेकिन ये सच है कि उस दिन शिव सैनिकों ने गलती की. फिर अपनी विनम्रता का प्रदर्शन करने के लिए जोशी यह भी बोले कि वे शिव सैनिक भी मेरी तरह पार्टी के कार्यकर्ता ही हैं.
मुझे पहले ही पता था, बेइज्जती होगी
मनोहर जोशी ने कहा कि मुझे बुरा लग रहा है. यह नहीं होना चाहिए था. उनके मुताबिक मुझे अंदेशा था कि ऐसा कुछ हो सकता है. लेकिन फिर भी दायित्व के चलते वह वहां पहुंचे. जोशी ने कहा कि यह दुखद है कि किसी को मेरी भावना नजर नहीं आई.