शिवसेना ने विधानसभा चुनाव नतीजों को लेकर बीजेपी पर तंज कसा है. पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में लिखा गया है कि पीएम नरेंद्र मोदी का पूरा अमला उनके खिलाफ उतर गया था. यह भी दावा किया गया है कि अगर बीजेपी और शिवसेना साथ चुनाव लड़ते तो कांग्रेस-एनसीपी 25 सीटों तक सिमट जाती.
'सामना' में सोमवार को भले ही बीजेपी के खिलाफ उस तरह की जुबान जंग नहीं दिखाई दी लेकिन शिवसेना ने यह जरूर कहा कि वो इस चुनाव में पूरी तरह अकेली थी और अपने दम पर जिस तरह के नतीजे आए हैं, वो सम्मानजनक है. हरियाणा और महाराष्ट्र दोनों प्रदेशों में बनेगी BJP की सरकार
'सामना' में लिखा गया है, ' इस चुनाव में बीजेपी की ओर से मोदी समेत करीब पूरी केंद्र सरकार ही हमारे खिलाफ मैदान में उतर गई थी. साथ ही बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायक महाराष्ट्र में खूंटा गाड़ कर बैठ गए थे. कांग्रेस और एनसीपी भी अपनी पूरी ताकत से हमारे खिलाफ खड़े थे लेकिन इन सब के बावजूद शिवसेना ने जो शेर की तरह लक्ष्य हासिल किया, वो महत्वपूर्ण है.' महाराष्ट्र: कौन, कहां से, कितने से जीता
शिवसेना ने लिखा है कि उन्होंने ये लड़ाई अकेले लड़ी है. उन्हें भले ही लक्ष्य नहीं मिला हो लेकिन एक सम्मानजनक चरण पर वो जरूर पहुंची है. मुंडे की बेटी प्रीतम ने बनाया सबसे अधिक मतों से जीत का रिकॉर्ड
सामना में ये भी लिखा गया है कि जिस तरह से चारों पार्टियों के अलग अलग चुनाव लड़ने का फायदा बीजेपी को पंहुचा है उसी तरह से इसका बड़ा फायदा एनसीपी और कांग्रेस को भी हुआ वरना लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर ध्यान दें तो अगर गठबंधन नहीं टूटा होता तो आज कांग्रेस और एनसीपी के लिए मिलकर भी 25 सीटों तक पहुंच पाना कठिन था. NCP को मिली सबसे बड़ी व सबसे छोटी जीत
शिवसेना को इस बात का दुख है कि महाराष्ट्र में इस बार भी किसी एक पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला. लेकिन जनता ने जो भी जनादेश दिए है उसका सम्मान करने हुए शिवसेना महाराष्ट्र की जनता की सेवा आगे भी करती रहेगी. ओवैसी की पार्टी MIM ने महाराष्ट्र में चखा जीत का स्वाद