पिछले एक हफ्ते से समाजवादी पार्टी में जारी घमासान के बीच सीएम अखिलेश यादव के चाचा और सपा के यूपी प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव बुधवार को दिल्ली पहुंचे. दिल्ली पहुंचकर शिवपाल यादव ने कहा कि अखिलेश को बहकावे में नहीं आना चाहिए और अपने पिता का सम्मान करना चाहिए. शिवपाल यादव ने कहा कि वे कोई भी कुर्बानी देने के तैयार हैं.
'अपने पिता का सम्मान करें अखिलेश'
अखिलेश यादव के खिलाफ खुलकर बोलते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि अखिलेश समझ नहीं रहे. उन्हें लोगों की बातों में नहीं आना चाहिए. अपने परिवार के साथ दिल्ली पहुंचे शिवपाल यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपने पिता मुलायम सिंह का सम्मान करना चाहिए और उनकी बातें माननी चाहिए. अखिलेश यादव को किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए. शिवपाल ने कहा कि आखिर उन्होंने ही उनको मुख्यमंत्री बनाया है. परिवार और पार्टी में जारी विवाद पर शिवपाल ने कहा कि परिवार एक है पार्टी है. रामगोपाल यादव की ओर से इशारा करते हुए शिवपाल ने कहा कि महागठबंधन नहीं बनने देने के लिए साजिश की गई.
अखिलेश बुलाएंगे तो रथयात्रा में जाएंगे
शिवपाल यादव ने कहा कि अखिलेश यादव अगर उन्हें 3 नवंबर से होने वाले चुनावी कैंपेन में मंच पर बुलाएंगे तो जरुर जाएंगे. गौरतलब है कि अखिलेश यादव 3 नवंबर से यूपी विधानसभा के चुनावी कैंपेन की शुरुआत रथयात्रा के साथ करने जा रहे हैं. पार्टी में मनमुटाव के बीच शिवपाल के इस कार्यक्रम से जुड़ने को लेकर कई तरह की अटकलें हैं. शिवपाल ने कहा कि पार्टी एक है और सब मिलकर काम करेंगे. तांत्रिकों की शरण लेने के बारे में शिवपाल यादव का कहना है कि हम लोग इन सब चीजों में विश्वास नहीं करते हैं जो आरोप लगा रहे हैं वही लोग ऐसा करते होंगे.
'मैं अखिलेश के अधीन नहीं'
अखिलेश कैबिनेट में वापसी पर शिवपाल यादव ने कहा कि अब मैं मंत्री नहीं हूं इसलिए मैं अखिलेश यादव के अधीन नहीं हूं. कैबिनेट में वापसी के बारे में शिवपाल ने कहा कि नेताजी का जो भी आदेश होगा उसका वे पालन करेंगे. गौरतलब है कि गतिरोध के बीच अखिलेश यादव ने शिवपाल समेत चार मंत्रियों को यह कहते हुए कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था कि अमर सिंह के समर्थकों के लिए यहां कोर् जगह नहीं है. शिवपाल यादव का कहना है कि वह एक ऐसा गठबंधन बनाना चाहते हैं जिससे सांप्रदायिक ताकतों को हराया जा सके. शिवपाल ने कहा कि वे ऐसे लोगों को साथ लेकर चुनाव में उतरना चाहते हैं जो समाजवादी हों, लोहियावादी हों. शिवपाल ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार बनेगी दोबारा से.
'नतीजे आने के बाद तय होगा सीएम '
अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने के बारे में शिवपाल यादव का कहना है कि एक प्रक्रिया होती है किसी भी चीज़ को करने की. जब नतीजे आएंगे तो मुख्यमंत्री बनने का एक लोकतांत्रिक तरीका है. उसके साथ ही तय कर लिया जाएगा. शिवपाल ने कहा कि जो भी अनुशासनहीनता करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
अखिलेश के करीबी पवन पांडे हटाए गए
इससे पहले शिवपाल यादव ने अखिलेश के करीबी मंत्री पवन पांडे को सपा से बाहर का रास्ता दिखा दिया. पांडे पर MLC आशु मलिक को पीटने का आरोप है. पांडे को अखिलेश का करीबी माना जाता है. उन्हें 6 साल के लिए बाहर किया गया है. शिवपाल ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनसे पवन पांडे को मंत्री पद से बर्खास्त करने को कहा है.
शिवपाल ने खाली किया सरकारी बंगला
इस बीच शिवपाल के सरकारी आवास से नेम प्लेट हटाई गई है. शिवपाल अब सरकारी आवास खाली कर रहे हैं. शिवपाल को मंत्री पद से बर्खास्त किया जा चुका है. इस बीच सीएम अखिलेश यादव बुधवार को राज्यपाल से मिले और 205 विधायकों के समर्थन का पत्र उन्हें सौंपा.