शिवसेना ने मुखपत्र 'सामना' के जरिए फड़नवीस सरकार को नई सलाह दी है. पार्टी ने लिखा है कि सरकार को सूखे से निपटने के लिए ‘अनुभवी’ शरद पवार से मशविरा लेने में झिझक महसूस नहीं करनी चाहिए. हालांकि, इसके साथ ही पार्टी ने एनसीपी प्रमुख की आलोचना भी की है.
संपादकीय लेख में शिवसेना ने आरोप लगाया है कि शरद पवार ने कृषि मंत्री रहते हुए किसानों की बेहतरी के लिए अपने पद का इस्तेमाल नहीं किया. राज्य के सत्ताधारी गठबंधन की घटक शिवसेना कहा, 'सूखे जैसे गंभीर मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.'
सामना में आगे लिखा गया है, 'शरद पवार बेहद अनुभवी व्यक्ति हैं. वह प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों की स्थिति का जायजा लेने के लिए एक बार फिर सूखा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर हैं. सरकार को उनसे मार्गदर्शन लेने में कोई झिझक महसूस नहीं करनी चाहिए.'
पार्टी ने एनसीपी के अन्य नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वह सूखे की स्थितियों पर राजनीति खेलने के आदी हैं.