पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक ने परंपरा के अनुसार चलते हुए 15 अप्रैल को होने वाली शादी से पहले सानिया मिर्जा का घर छोड़ दिया है. हालांकि उनके परिजन वहीं ठहरे हुए हैं. सुन्नी उलेमा बोर्ड के फतवा के बाद यह स्पष्टीकरण सानिया के प्रवक्ता की तरफ से आया है.
बोर्ड ने कहा था कि दूल्हे और दुल्हन का शादी से पहले एक ही घर में रहना इस्लाम के खिलाफ और अस्वीकार्य है. इस संदर्भ में अखिल भारतीय सुन्नी उलेमा बोर्ड से संपर्क किया गया तो उन्होंने फतवा से खुद को दूर रखा. एआईएसयूबी के प्रवक्ता ने कहा कि हमारा इस संगठन से कोई लेना देना नहीं है. इस तरह के फतवा जारी नहीं किये जा सकते सानिया के प्रवक्ता ने संक्षिप्त बयान में कहा कि हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि क्योंकि कुछ गलतफहमियां पैदा हो गयी हैं. दूल्हा पिछले कुछ दिनों से मिर्जा के आवास पर नहीं रह रहा है. उनकी मां और अन्य परिजन मिर्जा के घर में मेहमान के तौर पर रह रहे हैं.
बयान में कहीं भी यह नहीं लिखा गया है शोएब ने कब सानिया का घर छोड़ा. वह दो अप्रैल को पाकिस्तान से आने के बाद से ही सानिया के घर पर ठहरे हुए थे. दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा कि मजहब के हिसाब से निकाह से पहले साथ में रहना या साथ में घूमना सही नहीं है. आम तौर पर मेहमान एक घर में रहते हैं लेकिन दूल्हे और दुल्हन के बीच परदा रखा जाता है.