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शोभन सरकार का PM को पत्र, हमारी मांगें मानो तो मिलेगा सोना

उत्तर प्रदेश के उन्नाव के डौड़ियाखेड़ा गांव में स्थित राजा राव राम बख्श सिंह के किले में की जा रही खुदाई में खजाने का दावा करने वाले साधु शोभन सरकार ने प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. पत्र के जरिये तमाम शर्तें रखते हुए कहा है कि अगर उनकी पेशकश स्वीकार नहीं की गई तो खुदाई में सोना नहीं निकलने पर वह (शोभन सरकार) जिम्मेदार नहीं होंगे.

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सोने की खोज
सोने की खोज

उत्तर प्रदेश के उन्नाव के डौड़ियाखेड़ा गांव में स्थित राजा राव राम बख्श सिंह के किले में की जा रही खुदाई में खजाने का दावा करने वाले साधु शोभन सरकार ने प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. पत्र के जरिये तमाम शर्तें रखते हुए कहा है कि अगर उनकी पेशकश स्वीकार नहीं की गई तो खुदाई में सोना नहीं निकलने पर वह (शोभन सरकार) जिम्मेदार नहीं होंगे.

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सरकार ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लिखे खत में दो मुख्य मांगें की गई हैं. भारतीय निधि अधिनियम में संशोधन करके खुदाई में निकलने वाले सोने को केवल भारतीय रिजर्व बैंक के ही सुपुर्द करने तथा कार्य की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिये खुदाई की कवरेज का सीधा प्रसारण आम जनता के लिये सुलभ कराने की मांग मुख्य रूप से की है.

बाबा ने पत्र में यह भी दावा किया है कि दैवीय शक्तियां डौड़ियाखेड़ा में दबे खजाने की रक्षा कर रही हैं और वह उसे सुरक्षित निकालने की विद्या जानते हैं. जिलाधिकारी अथवा पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में इस विद्या का सही परीक्षण कराया जाए और प्रमाणित होने पर उसको मान्यता प्रदान की जाए.

साधु ने पत्र में कहा कि अगर सरकार को लगता है कि देश की 90 प्रतिशत से ज्यादा जनता उनकी इस पेशकश को गलत समझेगी तो प्रशासन उन्हें स्पष्ट सूचित कर दे कि उसे उनका प्रस्ताव स्वीकार नहीं है. उस स्थिति में खुदाई के परिणामों की जिम्मेदारी उनकी नहीं होगी. सरकार चाहे काम जारी रखे या फिर बंद कर दे.

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15वें दिन भी कुछ नहीं मिला
इस बीच, राजा राव राम बख्श सिंह के किले की खुदाई में आज 15वें दिन भी कामयाबी का कोई निशान नहीं दिखा. किले में शनिवार से खोदी जा रही चट्टान को खजाने का ढक्कन बताये जाने सम्बन्धी चर्चाओं के बीच बीघापुर के उपजिलाधिकारी विजय शंकर दुबे ने बताया कि पहले ब्लाक में चट्टान तोड़ने के बाद एक ब्लाक में लगभग 70 सेंटीमीटर खुदाई की गई और दूसरे ब्लाक में 30 सेंटीमीटर खुदाई हुई, लेकिन खजाने का कोई निशान नहीं दिखा.

0 सूत्रों के किले में एक हजार टन सोना दबा होने का दावा करने वाले साधु शोभन सरकार के तल्ख तेवरों को भांपते हुए जिला प्रशासन द्वारा गठित ग्रामीणों की चार सदस्यीय समिति ने खुदाई स्थल का निरीक्षण किया तथा साधु को कार्य की प्रगति की जानकारी दी. समिति के सदस्य राजेन्द्र तिवारी ने भी सब कुछ ठीक ढंग से होने की बात कही.

हालांकि समिति गठित होने और उसके निरीक्षण के बाद भी शोभन सरकार के तेवर नरम नहीं पड़े हैं और उन्होंने दावा किया है कि जब तक उन्हें खुदाई स्थल पर नहीं ले जाया जाएगा तब तक सोना नहीं निकलेगा.

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