जम्मू में आतंकी हमला करने वाले आतंकियों ने एक दुकानदार को इसलिए छोड़ दिया क्योंकि उसने खुद को मुसलमान बताया था. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, सोहन लाल वर्मा ने आतंकियों को अपना नाम सलीम खान बताया, तो आतंकियों ने उसे 'अल्लाह का बंदा' बताकर छोड़ दिया.
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पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे आतंकी
हीरानगर पुलिस स्टेशन के सामने सोहन की कंफेक्शनरी शॉप है. उन्होंने बताया, 'मैं अपनी दुकान के बाहर खड़ा था तभी ऑटो से तीन लोग उतरे. वे 'पाकिस्तान जिंदाबाद' और 'इस्लाम जिंदाबाद' के नारे लगाने लगे और ऑटो ड्राइवर को तीन गोलियां मार दीं. उनमें से दो पुलिस स्टेशन में घुस गए और तीसरा अंधाधुंध फायरिंग करता रहा.'
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ऑटो ड्राइवर की मदद करने गए सोहन
सोहन ने बताया, 'थो़ड़ी देर बाद तीसरा आतंकी भी पुलिस स्टेशन की ओर जाने लगा. ऑटो ड्राइवर जख्मी हालत में रोड पर पड़ा था. मैंने उसकी मदद करने की कोशिश की. आतंकवादी ने मुझे देख लिया और मेरे पास आ गया.'
'तू अल्लाह का बंदा है'
सोहन ने बताया, 'उसने मेरा नाम पूछा. मैंने बताया, सलीम खान. पूछा कहां से हो. मैंने कहा- डोडा से हूं.'इसके बाद आतंकवादी ने कहा, 'तू अल्लाह का बंदा है हम तेरे को छोड़ कर जा रहे हैं.' फिर वह आतंकवादी पुलिस स्टेशन के अंदर चला गया.
इलाके के एक अन्य दुकानदार प्रवीण के मुताबिक अगर आतंकवादी एक घंटा देर से आते तो कई लोग मारे जा सकते थे. उन्होंने बताया, 'इलाके का कॉलेज सुबह 8 बजे शुरू होता है. 7:30 बजे सड़कें छात्रों से भर जाती हैं.'