दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा है कि भारत में सबका साथ सबका विकास के सिद्धांत पर सूचना और संचार तकनीकी (ICT) का इस्तेमाल शासन की कुंजी की तरह किया जा रहा है. जिनेवा में आयोजित सूचना समाज पर विश्व सम्मेलन, WSIS फोरम- 2017 में उन्होंने कहा कि भारत, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में ICT का उपयोग समयबद्ध और विश्वसनीय तरीके से लोक केंद्रित सूचनाओं और सेवाओं को मुहैया कराने में कर रहा है.
साल 2018 के अंत तक स्वदेश विकसित गीगाबाइट पैसिव ऑप्टिकल नेटवर्क के जरिए 250 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतों को ब्राडबैंड कनेक्टिविटी मुहैया कराने के उद्देश्य से शुरू महत्वाकांक्षी भारत नेट प्रोजेक्ट का मंत्री ने विस्तार से विवरण दिया. यह महत्वाकांक्षी डिजीटल कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट, जो दुनिया का सबसे बड़ा कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट है और कई मायनों में अनोखा है, ग्रामीण इलाकों में विश्वसनीय और गुणवत्तापूर्ण ब्राडबैंड कनेक्टिविटी मुहैया कराएगा.
संबोधन के दौरान आधार (ADHAR) के जरिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांस्फर, BHIM के जरिए ई-पेमेंट सुविधा, राष्ट्रीय डिजीटल साक्षरता मिशन के इस्तेमाल, नेशनल ई-गवर्नेंस प्लेटफार्म, एम-गवर्नेंस, गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस जैसे डिजीटल प्लेटफार्म का उल्लेख भी किया गया. संबोधन में जन केंद्रित सेवाओं और ज्ञान आधारित समाज के निर्माण में इसके इस्तेमाल की सफल कहानी का भी उल्लेख किया गया.
केंद्रीय मंत्री सिन्हा ने ITU उन्होंने डार्कनेट, डार्कवेब और अन्य हथियारों के जरिए आतंकवादियों और साइबरक्राइम को लेकर ICT के दुरुपयोग को रोकने में कदम उठाने के लिए ITU को नेतृत्व के आगे आने को कहा है. संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा वर्ल्ड समिट आन इनफॉरमेशन सोसायटी फोरम- 2017 (WSIS) की बैठक में उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं जो 12-16 जून 2017 तक जेनेवा में हो रहा है.