पंचकूला हिंसा मामले में जमानत मिलने के बाद हनीप्रीत वाहनों के काफिले के साथ बुधवार देर शाम जेल से सिरसा के लिए रवाना हुई. सिरसा पहुंचने के बाद हनीप्रीत सीधे डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की गुफा में पहुंची. जहां समर्थकों ने उसका भव्य स्वागत किया और पटाखे जलाए.
देशद्रोह की धारा हटाए जाने के बाद बुधवार को हनीप्रीत को पंचकूला कोर्ट से जमानत मिल गई. जमानत की सूचना पाकर डेराप्रेमियों की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा. डेराप्रेमियों ने इसे इंसाफ की जीत बताया और कहा कि हनीप्रीत को झूठे केस में फंसाया गया था.
समर्थकों की क्या है दलील
कोर्ट के फैसले के बाज डेरा अनुयाइयों ने कहा कि पंचकूला में हनीप्रीत अपना रोष प्रकट करने के लिए गई थी न कि देशद्रोह करने गई थी, लेकिन पंचकूला हिंसा के बाद हनीप्रीत पर देशद्रोह का मुकदमा डालकर उसे जेल में डाल दिया गया. उन्होंने कहा कि अब उन्हें राम रहीम के बाहर आने की भी पूरी उम्मीद लग रही है क्योंकि उन पर जो भी आरोप लगे हैं वे सभी झूठे हैं.
इससे पहले पंचकूला हिंसा मामले में बाबा गुरमीत राम रहीम की गोद ली हुई बेटी हनीप्रीत कोर्ट से जमानत मिलने के कुछ देर बाद आज बुधवार को अंबाला की सेंट्रल जेल से रिहा हो गई. हनीप्रीत के ऊपर से देशद्रोह का आरोप हटने के बाद पंचकूला कोर्ट से उन्हें राहत मिली. दुष्कर्म के आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के जेल जाने के बाद पंचकूला में हुई हिंसा के मामले में हनीप्रीत को जेल जाना पड़ा था.
पिछले महीने हुई थी याचिका खारिज
हनीप्रीत की रिहाई से पहले सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे. एक-एक लाख के दो बेल बॉन्ड पर हनीप्रीत को जमानत मिली है. पंचकूला सेक्टर 5 थाने के तहत एफआईआर नंबर 345 के तहत उस पर पंचकूला कोर्ट में सुनवाई चल रही थी.
हनीप्रीत की रिहाई से पहले कोर्ट के पास सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे. एक-एक लाख के दो बेल बॉन्ड पर हनीप्रीत को जमानत मिली. हनीप्रीत की वकील ने आज ही जमानत याचिका लगाई थी. इससे पहले पिछले महीने कोर्ट ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी.