नोटबंदी के बाद बैंकों के पास 1000 रूपए के 8.9 करोड़ प्रतिबंधित नोट वापस नहीं आने की खबर आते ही राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. इसी कड़ी में माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी सरकार पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि, 'मोदी सरकार के नोटबंदी फैसले ने भारत की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है. यह एक राष्ट्र विरोधी कृत्य है'.
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की 2016-17 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 1000 रूपए के नोटों में से महज 1.4 फीसदी नोट बैंकों में जमा नहीं हुए. बाकी मुद्रा बैंकिंग सिस्टम में लौट आई है.
अपने ट्विटर हैंडल पर येचुरी ने इस कदम के औचित्य पर सवाल उठाए. उन्होंने लिखा कि, ' नोटबंदी के दौरान कथित रूप से 100 से ज्यादा जानें गईं और गरीब सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए. नोटबंदी के लिए गिनाए गए उद्देश्य, भ्रष्टाचार से जंग, काले धन, जाली मुद्रा और आतंकवाद पर लगाम सब औंधे मुंह गिर पड़ा'.