माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने शनिवार को दावा किया कि राज्यसभा में देवी दुर्गा के बारे में कथित तौर पर गलत बातें कहने के लिए उन्हें धमकी भरे फोन और संदेश मिला है.
येचुरी ने कहा 'मुझे धमकी भरे फोन और संदेश मिल रहे हैं जिनमें कहा गया है कि मैंने (संसद में) दुर्गा के बारे में कुछ कहा है. जो कुछ भी वह कह रहे हैं वह फिजूल है क्योंकि मैंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है.' माकपा महासचिव ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि उनके भाषण में दुर्गा का एक बार भी जिक्र नहीं है. 'मेरा पूरा भाषण यूट्यूब पर है. जाहिर है कि यह सुनियोजित तरीके से चलाया जा रहा अभियान है.' पिछले दिनो येचुरी ने शिकायत की थी कि जेएनयू विवाद पर उनके रूख को लेकर कथित तौर से दक्षिण पंथी ताकतों से उन्हें धमकियां मिलीं. उन्होंने कहा कि उन्हें उनके निजी फोन पर करीब 1000 कॉल और 500 संदेश मिले.
उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने संज्ञान लेते हुए शिकायत दर्ज कराने को कहा तो उनके ऑफिस की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई. येचुरी के अनुसार, जिन नंबरों से उन्हें फोन किए गए वे नंबर वह पुलिस को देंगे.
जेएनयू विवाद को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए सीताराम येचुरी ने कहा कि आपातकाल के दौरान जो कुछ हुआ था, यह उसका 'अधिक शातिर रीप्ले है जो कि आपातकाल में हुआ था. येचुरी ने इस बात पर चिंता जताई कि सरकार एक आम आधार नहीं चाहती. उन्होंने कहा, 'वह धु्रवीकरण चाहती है. देश के विभाजन के समय और बाबरी मस्जिद विध्वंस के समय जैसा धु्रवीकरण था आज वह उससे कहीं ज्यादा बदतर है.'