पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी आजकल चौतरफा निशाने पर हैं. राज्य में संसदीय चुनाव के बाद जारी हिंसा के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से खींचतान के बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने भी टीएमसी पर निशाना साधा है. माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने सोमवार को कहा कि ममता बनर्जी कहती हैं कि वह सांप्रदायिकता से लड़ रही हैं, जबकि असलियत यह है वह बीजेपी से प्रतिस्पर्धा कर रही होती हैं.
लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार पर चल रही बैठक के बाद येचुरी ने बंगाल में ध्रुवीकरण के लिए टीएमसी को घेरा. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में पिछले आठ सालों में हमारे 214 कॉमरेड मारे गए हैं. ममता कहती हैं कि वह सांप्रदायिकता से लड़ रही हैं, लेकिन वह बीजेपी से प्रतिस्पर्धा कर रही हैं.
गौरतलब है कि बंगाल में लोकसभा चुनावों के पहले से जारी हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. लोकसभा चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं की हिंसक झड़प का अखाड़ा बने पश्चिम बंगाल के हालात पर गृह मंत्रालय ने गहरी चिंता जताई है.
गृह मंत्रालय़ ने रविवार को जारी हिंसा से निपटने के लिए राज्य सरकार को एडवाइजरी जारी की. एडवाइजरी में कहा गया है कि पिछले कुछ सप्ताह से राज्य में बगैर रोक-टोक के जारी हिंसा कानून-व्यवस्था बनाए रखने और इसके प्रति आम नागरिकों में विश्वास बनाए रखने में सरकारी मशीनरी की विफलता है.
यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ता से सलाह दी जाती है कि कानून-व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं. मंत्रालय ने जिम्मेदार अधिकारियों को अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए कड़ी कार्रवाई करने की सलाह दी है. मंत्रालय की यह एडवाइजरी पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के भांगीपारा, हाटगाचा में चार लोगों के मारे जाने के बाद जारी की गई है.