हैदराबाद में महिला डॉक्टर के रेप के बाद उसे जलाने वाले आरोपियों को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया है. लोकसभा में भी शुक्रवार को हैदराबाद एनकाउंटर का मसला उठाया गया, जिसपर जमकर बवाल हुआ. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी इस मामले में धर्म का एंगल लाने पर विपक्षी पार्टियों पर जमकर बरसीं. उन्होंने कहा कि महिला सम्मान के विषय में सांप्रदायिक एंगल जोड़ना गलत होगा.
स्मृति ईरानी ने लोकसभा में कहा कि आज बंगाल के एक सांसद यहां पर मंदिर का नाम ले रहे थे और वो हैदराबाद-उन्नाव की घटना के बारे में बोल रहे थे, लेकिन आखिर मालदा में क्या हुआ उस पर क्यों चुप्पी साध कर बैठे हैं.
Union Minister Smriti Irani in Lok Sabha: The fact that you(Opposition MPs) shout here today, means you do not want a woman to stand up and talk about issues. You were quiet when in West Bengal panchayat polls, rape was used as a political weapon,you were quiet then. pic.twitter.com/XZxJc5pJad
— ANI (@ANI) December 6, 2019
जैसे ही स्मृति ईरानी ने मालदा का नाम लिया तो लोकसभा में हंगामा शुरू हो गया और TMC की ओर से सवाल दागा गया कि बताइए क्या हुआ? इसपर स्मृति ईरानी ने तपाक से जवाब दिया कि नहीं पता, तो जाकर बंगाल का अखबार पढ़िए.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बोलीं कि मालदा के रेप को राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया गया. क्या ये सत्य नहीं है कि इसी सदन ने जघन्य अपराध के मामले में मौत की सज़ा का कानून बनाया, अगर आप आज चिल्लाकर एक महिला को बोलने से रोक रहे हैं तो ये गलत है.
उन्होंने कहा कि इस तरह के अपराधों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, केंद्र सरकार की ओर से महिला संरक्षण के लिए राज्य सरकारों को पैसा दिया गया. स्मृति ईरानी के अलावा भारतीय जनता पार्टी की तरफ से मीनाक्षी लेखी ने भी विपक्ष पर निशाना साधा.
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को लोकसभा में महिलाओं के खिलाफ अपराध का मुद्दा उठाया, इस दौरान उन्होंने हैदराबाद एनकाउंटर, उन्नाव की घटना का जिक्र किया. उन्होंने उत्तर प्रदेश की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्नाव की पीड़िता 95 फीसदी जल गई है, देश में क्या हो रहा है.