केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक 'महान अर्थशास्त्री' बताया, जिन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को एक सकारात्मक दिशा प्रदान की.
ईरानी ने कहा, 'मोदीजी एक महान अर्थशास्त्री हैं. उन्होंने राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को एक सकारात्मक दिशा दी, जिसे उनसे पहले के कद्दावर अर्थशास्त्री अंजाम देने में विफल रहे थे.'
प्रख्यात अर्थशास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से एक घंटे की क्लास लेने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मोदी का मजाक बनाए जाने की पृष्ठभूमि में ईरानी का यह बयान आया है.
राहुल ने गुरुवार को एनएसयूआई के राष्ट्रीय सम्मेलन में कहा था, 'मनमोहन सिंह ने कहा था कि अर्थव्यवस्था नीचे जा रही है. इसके बाद प्रधानमंत्री ने मनमोहन सिंह से एक घंटे की पाठशाला ली. उन्होंने यह समझने की कोशिश की कि अर्थव्यवस्था कैसे चलाई जाती है, क्योंकि वह इसे समझ नहीं पा रहे हैं. हो सकता है कि मनमोहन सिंह उन्हें यह समझा सकें. मैं उनसे पूछूंगा.'
स्मृति ईरानी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र में बीजेपी के पिछले एक साल के शासनकाल में प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा जैसी योजनाओं को पेश कर आम आदमी के बीच विश्वास पैदा किया है.
ईरानी बीजेपी सरकार के एक साल का कार्यकाल पूरा होने के मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के लिए एक दिवसीय यात्रा पर आई हैं.
कोयला सेक्टर का जिक्र करते हुए ईरानी ने कहा कि पहले यह घोटालों से पीड़ित था, लेकिन अब भारी मुनाफा हो रहा है, जिसके परिणामस्वरूप राष्ट्र की आय में काफी इजाफा हुआ है. स्मृति ईरानी ने कहा, 'यह सब राष्ट्र की अर्थव्यवस्था और राज्य नीति के कुशल प्रबंधन के चलते संभव हुआ है.'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी ने कृषि को भी काफी महत्व दिया है और आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में उल्लेखनीय बदलाव देखने को मिलेगा. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस शासन के दौरान प्रतिदिन केवल दो किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाता था, जबकि मोदी सरकार के एक साल के शासन के दौरान हर रोज 11 किलोमीटर सड़कें बनाई जा रही हैं.
स्मृति ने कहा, 'मोदीजी ने सड़कों और संचार नेटवर्क के विकास को बहुत अधिक महत्व दिया है, क्योंकि यह विकास की रीढ़ है. सरकार सड़कों का बेहतर नेटवर्क उपलब्ध कराने और उनमें सुधार के लिए प्रतिबद्ध है.' केंद्रीय मंत्री ने इसके साथ ही कहा कि आगे से एनसीईआरटी की पुस्तकें मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक के छात्रों को मुफ्त दी जाएंगी.
इनपुट: भाषा