श्रम को गरिमा ने जोड़ते हुए केंद्रीय मानव संसाधन और विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उन्होंने 15 साल पहले होटल में बर्तन धोए हैं. मंगलवार को राज्य के शिक्षा मंत्रियों के साथ बैठक के दौरान ईरानी ने कहा कि देश में हर काम और उसे करने वाले के स्किल को सम्मान मिलना चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों को दोहराते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी भी स्किल को महत्ता देते हैं और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई प्लम्बर है या मैकेनिक. काम को लेकर किसी में भी हीन भावना नहीं आनी चाहिए.
उन्होंने कहा, 'अगर आप प्लम्बर या मैकेनिक बनना चाहते हैं तो इसमें शर्म की कोई बात नहीं है. एक मंत्री के तौर पर मुझे गर्व होता है कि मैंने 15 साल पहले मुंबई के एक होटल में बर्तन धोए थे. आज इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि यह आकांक्षाओं का देश है.'
'मेक इन इंडिया' पहल की बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी पहली प्राथमिका एक 'स्किल्ड इंडिया' बनाने की होनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'स्किल्ड इंडिया के साथ ही जरूरत श्रमिकों के गरिमा की है और श्रमिक को गरिमा समाज से मिलती है.'