भारतीय नौजवानों में राष्ट्रवाद जगाने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक और पहल की है. मंत्री स्मृति ईरानी ने फैसला किया है कि सरकारी यूनिवर्सिटीज में भारतीय सेना देशभक्ति का पाठ पढ़ाएगी. फैसले को लेकर नया विवाद उभरने की आशंका है.
यूनिवर्सिटीज में रोज तिरंगा फहराने का फैसला
इसके कुछ दिन पहले ही सरकार की ओर से सभी 46 सेंट्रल यूनिवर्सिटीज कैंपस में पूरी शान के साथ रोज तिरंगा फहराने की घोषणा की थी. छात्रों में देशभक्ति का भाव भरने की कोशिश में इस पहल पर काफी विवाद हुआ था.
कुलपतियों की बैठक में हुआ था फैसला
बीते महीने मंत्री स्मृति ईरानी के साथ सभी कुलपतियों की बैठक में फैसला किया गया था कि कैंपसों में मजबूत भारत दिखना चाहिए. इसके लिए कैंपस में रोज तिरंगा फहराने का प्रस्ताव पारित किया गया था. हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी के बाद शुरू हुए प्रदर्शनों को देखते हुए ईरानी ने कुलपतियों की बैठक बुलाई थी.
जेएनयू से तिरंगा फहराने की शुरुआत
बैठक में फैसला किया गया था कि तिरंगा फहराने की शुरुआत दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से की जाएगी. जेएनयू में देशविरोधी नारेबाजी विवाद के बाद दुनियाभर की निगाहें इस ओर हो गई थी. इस कैंपस में संसद पर आतंकी हमले के अपराध में फांसी पर चढ़ाए गए अफजल गुरु की याद में समारोह किए जाने के बाद विवाद बढ़ गया था. तीन छात्रों को इस मामले में गिरफ्तार भी किया गया.