सुबह से ही मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी एक अलग मूड में नजर आईं. राज्यसभा में रोहित वेमुला खुदकुशी मामले में अपने ऊपर मायावती की तरफ से लगाए गए आरोपों की बौखलाहट लोकसभा में शाम 7.30 बजे तक दिखी. राज्यसभा में दोपहर को जो बात सिर कलम करने से शुरू हुई, वो शाम ढलते-ढलते लोकसभा में तब आंखों से छलक आई जब एक मां पर बच्चे की हत्या का इल्जाम लगाया गया. पेश हैं स्मृति ईरानी के 10 ऐसे बयान जिनमें नजर आएगा उनका अलग रूप :
1. बहनजी मेरे बयान से यदि आप संतुष्ट नहीं हुईं तो मैं चढ़ा दूंगी चरणों में सिर .
2. मेरा मंत्रालय सबकी बात सुनता है, सिर्फ अपनों की नहीं.
3. मैंने सांसदों की सिफारिशों पर उनके बच्चों का एडमिशन कराया, आज वो मुझसे जवाब मांग रहे हैं.
4. अपने कर्तव्यों के लिए मैं माफी नहीं मांगूंगी.
5. ओवैसी, शशि थरूर, हनुमंत राव की चिट्ठियों का मैंने जवाब दिया.
6. रोहित मामले पर मैंने तेलंगाना सीएम को फोन किया, पर आज तक उनसे बात नहीं हुई.
7. रोहित की मौत का अब राजनैतिक इस्तेमाल हुआ. मैं अमेठी से चुनाव लड़ी इसलिए मुझे सूली पर चढ़ाया जा रहा है.
8. मेरा नाम स्मृति है, चुनौती देती हूं कि आप मेरी जाति बताकर दिखाइए.
9. एक मां पर खून का इल्जाम लगाया गया, जो बर्दाश्त नहीं.
10. 600 छात्रों की मौत पर तो राहुल गांधी आंध्र नहीं गए.