सोमवार की रात मुंबई के अंधेरी इलाके में कुछ लोगों ने एक सामाजिक कार्यकर्ता मकबूल की जमकर पिटाई कर दी. मकबूल का दोष ये था कि वो मुंबई के बारों में अश्लीलता परोसने वाली और उनके साथ इस काम में लिप्त नाबालिग लड़कियों को पुलिस कि मदद से छुड़ाता था. ये बात कुछ बार मालिकों को नागवार गुजरी और सोमवार रात करीब नौ बजे कुछ अज्ञात लोगों ने पिस्तौल कि नोंक पर उसका अपहरण कर लिया और बाद में एक जगह ले जाकर जमकर पिटाई की. हालांकि मीडिया में खबर आने के बाद लोकल पुलिस की नींद टूटी और सुबह करीब चार बजे शिकायत दर्ज की गई.
जिस समय मकबूल का अपहरण किया गया वह किसी काम से अंधेरी जा रहा था. पीड़ित की मानें तो जब मकबूल को कुछ लोग लेकर जा रहे थे तो उसके दो आदमियों ने इसको देख लिया, जिसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गयी. थोड़ी ही देर में अंधेरी पुलिस घटनास्थल पर जा पहुंची और मकबूल को पुलिस स्टेशन ले आयी.
इस मामले में पुलिस का रवैया भी बहुत अच्छा नहीं था. पुलिस स्टेशन लाने के घंटों बाद तक भी खून से लतपथ पीड़ित मकबूल का मेडिकल तक नहीं कराया गया. हालांकि जब अंधेरी पुलिस स्टेशन पर मीडिया का जमावड़ा बढ़ना शुरू हुआ तो पुलिस हरकत में आ गई. मीडिया के आने के बाद ही मेडिकल कराया गया और फिर शिकायत दर्ज कराने का सिलसिला शुरू हुआ.