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मंदिर बंद, सूर्य ग्रहण के बाद वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खोले जाएंगे कपाट

हिंदुस्तान में हर कुदरती घटना किसी न किसी त्योहार या धार्मिक आस्था के साथ जुड़ी होती है. ग्रहण के साथ भी यही है. ग्रहण से पहले मंदिरों के कपाटबंद हो जाते हैं. दर्शनों की मनाही होती है.

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करीब 6 घंटे तक रहेगा सूर्य ग्रहण (फाइल फोटो)
करीब 6 घंटे तक रहेगा सूर्य ग्रहण (फाइल फोटो)

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  • करीब 6 घंटे तक रहेगा सूर्य ग्रहण
  • ग्रहण से पहले बंद हो जाते हैं मंदिरों के कपाट

आज साल 2020 का पहला सूर्यग्रहण लगने जा रहा है. सुबह 9 बजकर 25 मिनट पर ये सूर्य ग्रहण लगना शुरू हो जाएगा, लेकिन भारत में ये सुबह 10 बजे से दिखना शुरू होगा. सूर्य ग्रहण करीब 6 घंटे तक रहेगा. ग्रहण का सूतक काल शनिवार को रात करीब 10 बजकर 15 मिनट से लग चुका है.

हिंदुस्तान में हर कुदरती घटना किसी न किसी त्योहार या धार्मिक आस्थाओं के साथ जुड़ी होती है. ग्रहण के साथ भी यही है. ग्रहण से पहले मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं. दर्शनों की मनाही होती है. ग्रहण के समाप्त होने के बाद पवित्र नदियों में स्नान होता है और पूजा-पाठ के बाद मंदिरों के द्वार दोबारा खुलते हैं. इस बार भी यही होगा. हालांकि, कोरोना संक्रमण के चलते ज्यादातर नदी घाटों पर भीड़ जुटाने की मनाही है.

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सूर्य ग्रहण के पहले कनकदुर्गा मंदिर बंद

आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा स्थित कनकदुर्गा मंदिर को सूर्य ग्रहण से पहले बंद कर दिया गया है. मंदिर इंद्रकीलाद्री पहाड़ी पर स्थित है. कालिका पुराण, दुर्गा सप्तशती और अन्य वैदिक साहित्य में देवी कनक दुर्गा के बारे में बताया गया है.

वैश्विक शांति और लोगों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम रविवार को तिरुमाला स्थित स्वामी पुष्करिणी मंदिर में ग्रहण जप आयोजित करने के लिए तैयार है. क्योंकि ग्रहण लगभग साढ़े तीन घंटे तक रहेगा तो पवित्र कार्यक्रम को छह हिस्सों में विभाजित किया गया है. पहले भाग में 10.18 बजे से 11 बजे तक ओम नमो नारायण और ओम नमो भगवते वासुदेवाय का मंत्र जप किया जाएगा.

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गंगा स्नान पर रोक

धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में भी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं. मंदिरों के कपाट बंद होने के पहले बकायदा शयन आरती संपन्न हुई. शनिवार रात से बंद हुए मंदिरों के कपाट अब सीधे सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद दोपहर लगभग 3 बजे के बाद ही खुलेंगे. वाराणसी के पातालपुरी मठ में स्थित भगवान राम और हनुमान के मंदिर में भी विधिवत शयन आरती के तुरंत बाद मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए.

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वाराणसी में लोग गंगा स्नान नहीं कर पाएंगे. जिला प्रशासन ने पहले ही इसपर रोक लगा रखी है. कोरोना संकट के कारण गंगा आरती, स्नान, जुलूस, समूह में इकट्ठा होना, धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रमों पर रोक है. अगर कोई भी इसका उल्लंघन करते पाया जाता है तो उसके खिलाफ धारा 144 और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई होगी.

गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट बंद

इसके अलावा गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट भी इस दौरान बंद रहेंगे. तीर्थ पुरोहितों ने बताया है कि रविवार को सुबह 10 बजकर 24 मिनट पर सूर्य ग्रहण शुरू होगा जो दोपहर 1:48 पर समाप्त होगा.

सूर्य ग्रहण शुरू होने से पहले शनिवार रात को सवा दस बजे से सूतक काल शुरू हो गया. जिसके कारण शनिवार शाम को साढ़े 9 बजे के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए. रविवार को दोपहर एक बजकर 48 मिनट पर जब सूर्यग्रहण समाप्त होगा, तो उसके बाद ही वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना कर मंदिर के कपाट विधिवत खोल दिए जाएंगे.

प्रयागराज के मंदिरों के कपाट बंद

प्रयागराज में भी शनिवार की रात को 9 बजकर 15 मिनट पर संगम स्थित लेटे हनुमान मंदिर के भी कपाट सूतक लगने के बाद बंद कर दिए गए हैं. अब रविवार को मोक्ष के बाद मंदिर की साफ-सफाई की जाएगी और पूजा पाठ के बाद मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा.

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