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दुनिया के कई हिस्‍सों में दिखा सूर्यग्रहण

सदी का सबसे बड़ा सूर्यग्रहण खत्‍म हो चुका है. भारत में यह सूर्यग्रहण 5.28 बजे से 7.41 बजे तक देखा गया. राय दें

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सदी का सबसे बड़ा सूर्यग्रहण खत्‍म हो चुका है. भारत में यह सूर्यग्रहण 5.28 बजे से 7.41 बजे तक देखा गया. सूर्य ग्रहण देखने के लिए हरिद्वार, इलाहाबाद, पटना के तारेगना में लोगों की भीड़ जमा हुई.

सुबह 5.45 पर लगा सूर्यग्रहण
यह आकाशीय नजारा सुबह 5:45 बजे शुरू हुआ और इसे देखने के लिए देश भर के अधिकांश हिस्सों के लोग सुबह सवेरे ही जाग गए थे. इसका समापन 7:24 बजे हुआ. दिल्ली में इसे देखने के लिए हजारों लोग अनेक स्थानों पर इकट्ठा हुए थे लेकिन बादल लुका छिपी खेलते रहे. राजधानी में 6:26 बजे पर हंसिये जैसी आकृति लिए सूर्य का अधिकतम 83 प्रतिशत हिस्सा ढक चुका था. नेहरू तारामंडल में अनेक लोगों ने इस रोमांचक आकाशीय घटना को देखा. इसके लिए तारामंडल ने विशेष व्यवस्था की थी.

कोलकाता और सिक्‍किम में छाए रहें बादल
असम के डिब्रूगढ़ में इकट्ठा हुए खगोलविद और आम लोगों ने सुबह 6:31 बजे से लेकर 6:34 बजे तक इस आकाशीय नजारे का लुत्फ लिया. कोलकाता में भी सुबह बादल छाये रहने के बावजूद 91 प्रतिशत आंशिक सूर्य ग्रहण देखा जा सका. सिक्किम में बारिश और बादल छाये रहने के कारण लोग सूर्य ग्रहण देखने से वंचित रह गए. हरियाणावासियों को इस आसमानी नजारे को देखने का मौका मिला. इस मौके पर लोगों ने पवित्र सरोवरों में स्नान भी किया. श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए यहां सुरक्षा के यहां विशेष इंतजाम किए गए थे.

जयपुर में भी दिखी सूर्यग्रहण की झलक
राजस्थान के अधिकांश हिस्सों के लोग उस समय निराश हो गए जब राज्य के ज्यादातर भागों में बदली छाये रहने के कारण लोग इस अद्भुत नजारे को देखने से वंचित रह गए. राजस्थान के बीकानेर, कोटा, उदयपुर, गंगानगर और हनुमानगढ़ वासियों ने सूर्य ग्रहण का नजारा देखा. गुलाबी नगरी जयपुर में 6:32 बजे डेढ़ मिनट के लिए सूर्य ग्रहण ने अपनी झलक दिखाई.

पश्चिमी इलाकों के लोग हुए निराश
देश के पश्चिमी इलाकों में वर्षा और बादलों के कारण लोग सूर्य ग्रहण नहीं देख सके. भोपाल में कटारा हिल्स में बारिश के कारण रंग में भंग पड़ गया. हालांकि तीन मिनट तक चले पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान अंधेरा छा गया, जबकि मध्य प्रदेश के कटनी में लोगों ने इस खगोलीय घटना का लुत्फ उठाया. गुजरात के सूरत शहर में बादल छाए रहे और सूरत शहर में ग्रहण देखने पहुंचे लोगों को निराशा हुई. यहां गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आना था,लेकिन उनका कार्यक्रम रद्द करना पड़ा. मुंबई में भी लोगों को निराशा ही हाथ लगी.

तारेगना में भी दिखा पूर्ण सूर्यग्रहण
बिहार के पटना का तारेगना गांव इस अद्भुत घटना के लिए पूरी तरह तैयार था. बादलों की लुकाछिपी के बीच तारेगना भी पूर्ण सूर्य ग्रहण के नजारे का गवाह बना. सदी के इस सबसे लंबे सूर्य ग्रहण का नजारा सबसे ज्यादा देर तक तारेगना में ही देखा गया. तारेगना में पूर्ण सूर्य ग्रहण 6.24 मिनट पर दिखा.

नीतीश कुमार भी सूर्यग्रहण देखनें पहुंचे
तारेगना में पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ देर के लिए बिल्कुल घुप अंधेरा छा गया. इस मौके को देखने के लिए देश-विदेश के वैज्ञानिक और खगोलशास्त्री जुटे हुए थे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस अद्भुत नजारे का आनंद लेने के लिए मौजूद थे.

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