बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. मोदी ने कहा कि कोई भी मां अपने बेटे की बलि नहीं चढ़ाना चाहती, इसलिए कांग्रेस अपना पीएम पद का कैंडिडेट घोषित नहीं कर रही है.
मोदी ने रामलीला मैदान में बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के समापन समारोह में कहा कि कांग्रेस के चुनाव से भागने का एक मानवीय कारण है. जब पराजय निश्िचत है, तो क्या कोई मां अपने बेटे की बलि चढ़ाने के लिए तैयार होगी. कभी नहीं. इसलिए मां ने कहा, मेरे बेटे को बचाओ. 17 को हुए कांग्रेस के अधिवेशन में पीएम कैंडिडेट का नाम इसलिए फाइनल नहीं हुआ.
दो दिन पूर्व, जो कांग्रेस का अधिवेशन हुआ उसमें 2014 चुनाव में पार्टी अपने को बचाने की कोशिश में लगी है. वहां पर दल बचाने की कोशिश हो रही थी और यहां पर देश को बचाने की जद्दोजहद. कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ी आशा से दिल्ली आए थे. उन्हें बताया गया था कि पीएम कैंडिडेट 17 को घोषित हो जाएगा. लेकिन आए थे पीएम कैंडिडेट लेने के लिए, वापस गए गैस के 3 सिलेंडर लेकर.
मोदी ने कहा कि देश आजाद होने के बाद चुनाव बहुत आए हैं. हम सभी भाजपाइयों को चुनाव के मैदान में कार्य करने का अनुभव है. लेकिन 2014 के चुनाव हर प्रकार से भिन्न हैं. इसके पूर्व देश की ऐसी दुर्दशा कभी नहीं देखी. देश नेताविहीन है और जो हैं उनकी नीयत भी शक के घेरे में है. भ्रष्टाचार का ऐसा विकराल रूप इस दशक में जो देखा है, वो देश ने कभी नही देखा है. आत्महत्या करते किसान, रोजगार के लिए भटकता नौजवान, इज्जत बचाने के लिए परेशान बहनें, ऐसी दशा कभी नहीं देखी. अब इसलिए 2014 का चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन का चुनाव नहीं है. यह 2014 का चुनाव भारत के कोटि कोटि जनों के लिए एक आशा और अरमान का चुनाव है.
मोदी ने कहा कि लोकतांत्रिक परंपराओं का उदाहरण कांग्रेस दे रही है. क्या यह सच्चाई है. मैं आशा करता था कि देश जानना चाहता है कि आजादी के बाद जब पहले पीएम पसंद किए गए थे, तब लोकतात्रिक परंपराओं का क्या हुआ था. सभ्ाी सरदार वल्लभ भाई पटेल को पीएम बनाना चाहते थे, लेकिन पटेल को पीएम नहीं बनने दिया गया. आज ये परंपरा की बात करते है.
वे नामदार हैं और मैं कामगार
मोदी ने कहा कि आजकल चायवालों की खातिरदारी हो रही है. देश का हर चायवाला सीना तानकर घूम रहा है. इनका चुनाव से भाग जाने का कारण और भी है. पहला जिस परंपरा में वो पले हैं, उनके लिए बेइज्जती है एक चायवाले से भिड़ना. कोई बराबरी नहीं है. वे नामदार हैं और मैं कामगार हूं. ऐसे बडे़ नामदार एक कामगार से मुकाबला करना अपमान मानते हैं.
महिलाओं को होम मेकर नहीं नेशन बिल्डर के रूप में देखें
मोदी ने महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण बदलने की अपील करते हुए कहा कि अब महिलाओं को होममेकर की बजाय नेशन बिल्डर के रूप में देखने की जरूरत है. नारी की तरफ देखने का दृष्टिकोण बदलना होगा. भाजपा नेता ने कहा कि सुसंस्कृत समाज के नाते हमारी मां बहनों के साथ जो हो रहा है, वह मुंह दिखाने लायक नहीं है.