सोनिया गांधी ने देश के सबसे पुराने और व्यापक आधार वाले राजनीतिक दल कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर सबसे अधिक समय तक बने रहने के मामले में जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी सहित नेहरू-गांधी परिवार के सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं.
इस पार्टी के 125 वर्षों के इतिहास में करीब 32 साल नेहरू गांधी परिवार के लोग अध्यक्ष रहे. सोनिया लगातार बारह साल इस पद पर रहने के बाद अब चार साल के लिए और चुन ली गई हैं. नेहरू परिवार से सबसे पहले प्रख्यात वकील और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पिता मोतीलाल नेहरू अमृतसर में वर्ष 1919 में अध्यक्ष चुने गये. वह 1920 तक अध्यक्ष रहे.
मोतीलाल वर्ष 1929 में दोबारा अध्यक्ष चुने गये और करीब एक साल तक अपने पद पर रहे. मोतीलाल के बाद उनके बेटे जवाहरलाल नेहरू ने ऐतिहासिक लाहौर अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार संभाला. पंडित नेहरू करीब छह बार 1930, 1936, 1937, 1951, 1953 और 1954 में कांग्रेस अध्यक्ष बने. पंडित नेहरू के बाद उनकी बेटी इंदिरा गांधी ने दो कार्यकालों में इस बेहद महत्वपूर्ण पद को संभाला. {mospagebreak}
इंदिरा वर्ष 1959 में पहली बार कांग्रेस अध्यक्ष बनीं और 1960 तक रहीं. वह दोबारा वर्ष 1978 में कांग्रेस अध्यक्ष चुनी गईं और अगले छह साल तक कांग्रेस अध्यक्ष रहीं. इंदिरा के बाद उनके बेटे राजीव गांधी 1984 के मुंबई अधिवेशन में कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गये और वह 1991 तक इस पद पर रहे.
राजीव गांधी के असामयिक निधन के बाद नेहरू-गांधी परिवार ने काफी समय तक कांग्रेस से दूरी बनाये रखी. लेकिन पार्टी को संभालने के लिये वर्ष 1998 में राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी ने राजनीति में कदम रखा. वह पार्टी की निर्विरोध अध्यक्ष चुनीं गई. तब से लेकर आज तक वह अध्यक्ष बनीं हुई हैं.
आजादी के बाद के समयकाल पर नजर डालें तो नेहरू परिवार ने करीब 28 साल तक इस महत्वपूर्ण पद पर अपनी पकड़ बनाये रखी है. सोनिया गांधी कांग्रेस की पांचवीं महिला अध्यक्ष हैं. वह गांधी नेहरू परिवार से इस पद को संभालने वाली पांचवीं सदस्य हैं. वर्ष 1917 में एनी बेसेंट कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष चुनी गई थीं. ‘भारत कोकिला’ सरोजनी नायडू पहली ऐसी भारतीय महिला थी जिन्होंने इस महत्वपूर्ण पद को संभाला था.