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सोनिया ने की संप्रग घटकों के साथ चर्चा

इस महीने की 26 तारीख से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से पहले आज संप्रग के घटक दलों की बैठक हुई जिसमें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों की ओर से सरकार को निशाना बनाने वाले संभावित मुद्दों, विशेषत: मंहगाई पर होने वाले संभावित हंगामें से निपटने पर चर्चा हुई.

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इस महीने की 26 तारीख से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से पहले आज संप्रग के घटक दलों की बैठक हुई जिसमें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों की ओर से सरकार को निशाना बनाने वाले संभावित मुद्दों, विशेषत: मंहगाई पर होने वाले संभावित हंगामें से निपटने पर चर्चा हुई.

कांग्रेस नीत संप्रग की बैठक ऐसे समय बुलाई गई है जब पेट्रोलियम पदाथरे एवं आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि के मुद्दे पर पूरा विपक्ष एकजुट है और इस मुद्दे पर पांच जुलाई को जबर्दस्त भारत बंद का आयोजन किया गया था. विपक्षी दलों ने इस विषय पर सदन में सरकार को घेरने की तैयारी कर रखी है.

विपक्षी दल कीमतों में वृद्धि के अलावा भोपाल गैस त्रासदी, कश्मीर में जारी अशांति एवं भारत पाक गतिरोध और कई ट्रेन हादसों से जुड़े मुद्दे को सदन में जोर शोर से उठा सकते हैं. दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से कर्नाटक में अवैध खनन के मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साध सकती है.

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मई 2009 में सत्ता में आने के बाद संप्रग 2 के घटकों के बीच संसद के सत्र से पहले बुलाई गई यह पहली बैठक है. बैठक में हालांकि व्यस्तता के कारण तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी और राकांपा प्रमुख शरद पवार शामिल नहीं हुए. तृणमूल कांग्रेस की ओर से बैठक में कोई प्रतिनिधि भी शामिल नहीं हुआ हालांकि प्रफुल्ल पटेल ने राकांपा का प्रतिनिधित्व किया.

गृह मंत्री ने कहा, ‘‘ इनमें से कुछ विधेयक एक सदन में पेश किये जा चुके हैं और दूसरे सदन में पेश किये जाने हैं. कुछ संविधान संशोधन विधेयक भी इसमें शामिल हैं.’’उन्होंने हालांकि महिला आरक्षण विधेयक के बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं किया.{mospagebreak}

यह पूछे कि क्या बैठक के दौरान महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा की गई गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मैं किसी विशेष विधेयक के बारे में बात नहीं कर रहा हूं। सदन में कौन विधेयक पेश होगा, इस पर कार्य मंत्रणा समिति निर्णय करती है.’’ संसद के मानसून सत्र के सुचारू रूप से संचालित होने की उम्मीद जाहिर करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि सदन के नेता एवं वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी आज विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मिले और उन्हें बताया कि सरकार सदस्यों की चिंताओं से जुड़े सभी विषयों पर सदन में चर्चा को तैयार है.

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चिदंबरम ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत सभी घटक दलों के नेता शामिल हुए हालांकि तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में होने और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार व्यक्तिगत कारणों से नहीं हिस्सा ले सके. उन्होंने कहा, ‘‘हमने सदन में राजनीतिक दलों की ओर से उठाये जाने वाले विभिन्न विषयों की पहचान की.’’
उन्होंने कहा कि इन विषयों के अलावा मूलत: यह संप्रग के समन्वय समिति की बैठक थी, जो आने वाले मानसून सत्र से पहले बुलाई गई थी. गृह मंत्री कहा, ‘‘उन्हें उम्मीद है कि संसद का यह सत्र सुचारू रूप से चलेगा और काफी काम होगा.’’{mospagebreak}

संप्रग की आज की बैठक में शामिल होने वालों में प्रधानमंत्री एवं संप्रग अध्यक्ष के अलावा वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी गृह मंत्री पी चिदंबरम, राकांपा के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल, नेकां नेता फारूख अब्दुल्ला, द्रमुक नेता टी आर बालु, कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल आदि शामिल थे.

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