कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने सांसदों से कश्मीर हिंसा, मजदूरों की हालत, बढ़ती बेरोजगारी जैसे मुद्दों को संसद के मौजूदा सत्र में जोर-शोर से उठाने के लिए कहा था.
मीटिंग से निकलते ही सोनिया ने दलित मुद्दे पर राहुल के लिए जमीन तैयार करने की कोशिश की. बैठक में सोनिया ने गुजरात में दलितों पर हुए अत्याचार का मुद्दा उठाया, लेकिन मीटिंग के बाद सोनिया ने सिर्फ गुजरात से जुड़े सवाल का जवाब दिया. उन्होंने दो टूक कहा कि गुजरात के ऊना में दलितों पर जो अत्याचार हुआ है, वो बहुत गंभीर मामला है. इसलिए कांग्रेस इस मुद्दे को संसद में उठाएगी.
राज्यसभा चार बार स्थगित, लोकसभा से कांग्रेस का वॉक आउट
राज्यसभा में कांग्रेस ने इतना हंगामा किया कि सदन को कई बार स्थगित करना पड़ा. वहीं लोकसभा में सदन की कार्यवाही चलती रही, पर कांग्रेस हंगामा करती रही. आखिर में खुद राजनाथ सिंह ने इस मुद्दे पर बयान दिया, लेकिन कांग्रेस उससे भी संतुष्ट नहीं हुई और लोकसभा से वॉकआउट कर दिया.
गौरतलब है कि गुरुवार यानी 21 जुलाई को राहुल गांधी गुजरात के ऊना में पीड़ितों और उनके परिवार वालों से मिलने जा रहे हैं. ऐसे में सोनिया ने एक दिन पहले ही मुद्दे बड़ा कर राहुल के लिए कहीं ना कहीं सियासी जमीन तैयार करने का काम कर दिया.
बैठक में सोनिया के निशाने पर रहे पीएम मोदी
बुधवार को संसद के सेंट्रल हॉल में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी के राज्यसभा और लोकसभा के सांसदों से मुखातिब हुईं. सोनिया ने अपने भाषण में मोदी सरकार को निशाने पर लिया. शुरुआत कश्मीर से कर फिर पाकिस्तान पर भी घेरा. उन्होंने कहा कि बातचीत की शुरुआत कश्मीर से करूंगी. आतंकियों से कड़ाई से निपटने की बात कहते हुए उन्होंने मोदी सरकार को मनमोहन सरकार की कश्मीर नीति की याद दिलाई.
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एनएसजी पर देश को झेलनी पड़ी शर्मिंदगी
सोनिया ने कश्मीर के बिगड़े हालात पर चिंता जताई. उन्होंने पीएम की लगातार हो रहीं विदेश यात्राओं पर तंज भी कसा. उन्होंने कहा कि एक तरफ पीएम लगातार विदेश यात्रा कर रहे हैं, विदेशी नेताओं को बर्थडे कॉल कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ पाकिस्तान और एनएसजी सदस्यता मुद्दे पर भारत को शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है.
सरकार पर लगाया समाज को बांटने का आरोप
सोनिया ने कहा कि मोदी सरकार की नीति समाज को बांटने की और संवैधानिक संस्थाओं और संस्थानों को अस्थिर करने की है. सोनिया ने हरियाणा के राज्यसभा चुनाव का मामला उठाते हुए कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री संविधान की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और दूसरी तरफ पोलिंग बूथ में रहस्यमय तरीके से पेन बदल दिया जाता है.
मोदी पर लगाई आरोपों की झड़ी
सोनिया ने कहा कि हकीकत से दूर मोदी सरकार सिर्फ विपक्षियों पर मनगढ़ंत आरोप लगाती है और अपनी झूठी उपलब्धियों का बुलबुला बनाती है. मजदूर, किसान और बेरोजगारों के लिए कुछ नहीं किया जा रहा और सभी परेशान हैं. सातवें पे कमीशन में भी सरकारी कर्मचारियों के साथ अन्याय हुआ है. मंहगाई बढ़ती जा रही है.
सरकार में आते ही बदले पीएम मोदी के सुर
सोनिया ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि एफडीआई का विपक्ष में रहते विरोध किया और सरकार में आने पर रक्षा जैसे संवेदनशील क्षेत्र में भी इसको खोल दिया. उन्होंने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर पीएम मोदी की पार्टी के नेता भी सवाल उठा रहे हैं. सोनिया ने गुजरात के GSPC घोटाले के साथ ही छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में भी बीजेपी शासन के करप्शन की याद दिलाई.