भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने गुरुवार को कहा कि आज देश की हालत नाजुक है. देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हैं, लेकिन सरकार सोनिया गांधी चलाती हैं.
मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार करने आए आडवाणी ने अशोकनगर जिले के मुंगावली में कहा कि वर्तमान में देश अनिर्णय की स्थिति से गुजर रहा है. देश में कोई सरकार है, इस बात का भी जनता एहसास नहीं कर पा रही है, देश की आर्थिक प्रगति और सुरक्षा की दृष्टि से केंद्र में राजनीतिक परिवर्तन लाना है और वह देश की जनता ही करेगी.
आडवाणी ने आपातकाल की चर्चा करते हुए कहा, 'लोग कहते हैं कि आपातकाल की समाप्ति समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण, तत्कालीन जनसंघ और अन्य राजनीतिक दलों ने मिलकर किया था, लेकिन मैं मानता हूं कि आपातकाल को दफन करने में असली शक्ति देश के मतदाताओं ने लगाई थी.' उन्होंने कहा कि आपातकाल के बाद वर्ष 1977 में जब आम चुनाव हुए थे तो कांग्रेस की झोली में देश के मतदाताओं ने शून्य डाल दिया था. तब उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 85 सीटें थीं और कांग्रेस को एक भी सीट पर विजय प्राप्त नहीं हुई थी.
आडवाणी ने आगे कहा कि भारत की असली शक्ति लोकतंत्र है और इसमें जनता और जनमत सर्वोपरि है, इसकी सफलता के कारण ही दुनिया में भारत की साख है. बीजेपी ने जनता का विश्वास जीता है. भाजपा का उत्तर-दक्षिण, पूर्व-पश्चिम में जो विस्तार हुआ है, वह उसकी नीतियों की स्वीकार्यता है. आडवाणी ने राज्य सरकार की सराहना करते हुए कहा कि बीते 10 वर्षो में बीजेपी सरकार ने मध्यप्रदेश को जो अभिनव जनोन्मुखी नीतियां और कार्यक्रम दिए हैं, उनसे प्रदेश की जनता की हालत में सुखद परिवर्तन आया है, विकास दर बढ़ी हैं और खेती लाभप्रद व्यवसाय बन रहा है.
उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य सिर्फ विकास ही नहीं है, जनता की जीवनोपयोगी जरूरतों को पूरा करना भी है, इसमें शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य सरकार सोलह आने सफल हुई है और वह विधानसभा चुनाव में जनसमर्थन की हकदार है. उन्होंने कहा कि राजग सरकार के दौर में भाजपा ने देश की समग्र प्रगति के लिए कार्ययोजना बनाई.
अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना बनाकर देश के छह लाख गांवों को जोड़ने का मंसूबा हकीकत में बदला, वे चाहते थे कि नदियों को जोड़कर देश में हर खेत को पानी और हर कंठ को पेयजल सुलभ हो, लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व में संप्रग सरकार को यह गवारा नहीं हुआ.