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आजतक से बोलीं सोनिया गांधी- अब मैं रिटायर हो जाऊंगी

संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है. सरकार और विपक्ष में कई मुद्दों को लेकर तीखी बहस चल रही है. लेकिन इसी बीच सोनिया गांधी ने बड़ा बयान दिया है. संसद परिसर में जब आजतक ने सोनिया गांधी से पूछा कि अब पार्टी में उनका क्या रोल होगा तो उन्होंन कहा कि 'अब मैं रिटायर हो जाऊंगी'.

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सोनिया गांधी का रिटायरमेंट प्लान
सोनिया गांधी का रिटायरमेंट प्लान

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संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है. सरकार और विपक्ष में कई मुद्दों को लेकर तीखी बहस चल रही है. लेकिन इसी बीच सोनिया गांधी ने बड़ा बयान दिया है. संसद परिसर में जब आजतक ने सोनिया गांधी से पूछा कि अब पार्टी में उनका क्या रोल होगा तो उन्होंने कहा कि 'अब मैं रिटायर हो जाऊंगी'.

आपको बता दें कि राहुल गांधी शनिवार को आधिकारीक रूप से कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बन जाएंगे. इसके लिए शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में बड़ा कार्यक्रम किया जाएगा.

हालांकि, पार्टी की ओर से कहा गया है कि वह सिर्फ अध्यक्ष पद से रिटायर हो रही हैं. राजनीति से संन्यास नहीं ले रही हैं. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि सोनिया गांधी ने पार्टी अध्यक्ष रूप से रिटायमेंट की बात कही है, ना कि राजनीति से. उनका आशीर्वाद हमेशा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रहेगा.

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19 साल बाद नया अध्यक्ष

आपको बता दें कि यह लगभग दो दशक बाद है, जब कांग्रेस पार्टी को उसका नया पार्टी अध्यक्ष बनेगा. मौजूदा अध्यक्ष सोनिया गांधी 1998 से पार्टी की कमान संभाल रही हैं. सोनिया 14 मार्च 1998 को पार्टी अध्यक्ष बनी थीं.

गौरतलब है कि 1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी का पद संभालने का आग्रह किया गया था, लेकिन उन्होंने इसे लेने से इंकार कर दिया और कहा कि वे राजनीति से दूर रहना चाहती हैं.

सोनिया के बयान पर कांग्रेस नेताओं के रिएक्शन

कांग्रेस नेता ऑस्कर फर्नांडिस ने इस बयान पर कहा, ''राहुल कांग्रेस के अध्यक्ष बन गए हैं, इसलिए सोनिया गांधी ने ऐसा कहा है. सोनिया गांधी का मार्गदर्शन हमेशा पार्टी को मिला है और आगे भी मिलेगा.''

वहीं, कांग्रेस सांसद संजय सिंह ने कहा, ''राहुल अब पार्टी को आगे लेकर जाएंगे. 2019 के चुनाव के बारे में संजय सिंह का कहना है कि रिटायरमेंट की बात का मतलब तो यही होता है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी, लेकिन अभी फैसला नहीं हुआ है. सोनिया पार्टी के साथ हमेशा रहेंगी.'' कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी का भी कहना है कि सोनिया गांधी का मार्गदर्शन मिलता रहेगा.

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हालांकि सोनिया गांधी ने 1997 में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की और 1998 में वो कांग्रेस की अध्यक्षा चुनी गयीं. तब से वह कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष थीं. 2004 के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सोनिया गांधी 16 दलीय यूपीए गठबंधन की नेता चुनी गईं. सितंबर 2010 में वे फिर से चौथी बार कांग्रेस की अध्यक्ष चुनी गई. कांग्रेस पार्टी के 125 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा समय तक अध्यक्ष रहने का भी रिकार्ड उन्हीं के नाम है.

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