पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 74वीं जयंती पर पूर्व राज्यपाल और प्रशासक गोपाल कृष्ण गांधी को राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस मौके पर यूपीए चेयरपर्सन और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने भारतीय राजनीति और देश के विकास में राजीव गांधी के योगदान को याद किया. सोनिया ने कहा कि देश में तकनीक को आगे बढ़ाने से लेकर लोकतंत्र को मजबूत करने में राजीव गांधी ने अहम भूमिका अदा की.
दिवंगत राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी ने कहा कि पंचायत और नगर पालिकाओं में महिलाओं को आरक्षण देकर राजीव गांधी ने संविधानिक मूल्यों को मजबूत देने के काम किया. उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने पीने के पानी, स्वास्थ्य सुविधाएं और अशिक्षा जैसी चुनौतियों का भी डटकर सामना किया. सोनिया ने कहा कि राजीव गांधी का मानना था कि भारत की विविधता से ही देश की एकता को पहचान और मजबूती मिल सकती है.
'Former PM Rajiv Gandhi was responsible, almost single handedly, for changing the structure of our polity, by the constitutional empowerment of Panchayats & Nagar Palikas through reservation for women': Smt Sonia Gandhihttps://t.co/4lu7ovlWuL
— Congress (@INCIndia) August 20, 2018
सोनिया गांधी ने कहा कि राजीव गांधी हमेशा से सद्भवाना के पक्षधर थे. उन्होंने कहा कि देश को तकनीक रूप से मजबूती देने, अर्थव्यवस्था को आगे लाने के साथ-साथ राजीव गांधी बहुलता और सामाजिक उदारता को आगे बढ़ाने में भी विश्वास रखते थे. उन्होंने कहा, ‘हमने देखा है कि अर्थव्यवस्था को उदार बनाना और मानसिकता को संकीर्ण करना खतरनाक और विध्वंसक मिश्रण है.’ सोनिया ने कहा कि हम सामूहिक रूप से संकल्प लेते हैं कि हम विभाजन, नफरत और कट्टरता फैलाने वाली ताकतों से मिलकर लड़ेंगे.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कार्यक्रम में कहा कि पिछले कुछ वर्षों के भीतर असहिष्णुता, सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और भीड़ द्वारा हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं और इस तरह के चलन को रोकने के लिए सभी को एकजुट होना होगा क्योंकि इस तरह की घटनाओं से सिर्फ राष्ट्रीय हित को नुकसान पहुंचता है. उन्होंने कहा कि ये चलन शांति, राष्ट्रीय एकीकरण और सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने के संदर्भ में अभिशाप हैं. अब शायद हमें ठहरने और सोचने की जरूरत है कि हम कैसे एकजुट हो कर इस चलन को रोक सकते हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को याद करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि यह अपने प्रिय नेता राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देने का मौका है. हम उन मूल्यों का अनुसरण करते हैं जिनको राजीव जी ने हमेशा जिया और उनके आधार पर काम किया.