कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी शुक्रवार को ओला वृष्टि से बर्बाद किसानों का हाल लेने राजस्थान के कोटा जाएंगी. सोनिया दोपहर डेढ़ बजे कोटा पहुंचेंगी और वहां से तीस किलोमीटर दूर कोटा जिले के दो गांवों का दौरा कर किसानों से बातचीत करेंगी.
सोनिया के सड़क पर उतरने के मायने
पिछले हफ्ते हुई बेमौसम बरसात और ओला वृष्टि में यहां फसलों की जबर्दस्त बर्बादी हुई है. किसान माथा पकड़े बैठे हैं कि अब क्या होगा?
आजादी के बाद से ही किसान वोट बैंक के केंद्र में रहे हैं. खासकर जब कोई दल विपक्ष में होता है तो किसानों की याद बरबस सताने लगाती है. कोटा संभाग के किसानों के जख्मों पर मरहम लगाने आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी यहां आ रही हैं. किसानों को उम्मीद है कि इसी बहाने कुछ भला हो सकता है.
सोनिया गांधी कोटा के पास लाडपुरा तहसील के गांव मोरपा और दीगोद तहसील के गांव दरबीजी में ओलावृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लेंगी. सोनिया गांधी के दौरे के लिए मोरपा गांव में एक खेत को ट्रैक्टर से साफ कर समतल किया गया है.
राजस्थान के कोटा में फसलों की बर्बादी का जायजा लेने के अगले रोज यानी शनिवार को सोनिया हरियाणा के भिवानी, झज्जर और रेवाड़ी जिलों का भी दौरा करेंगी. यहां भी कई जगहों पर ओले और बारिश से फसलें लगभग बर्बाद हो चुकी हैं.
हरियाणा में तो सोनिया के दौरे को लेकर सियासत गरमा चुकी है. दौरे की तैयारियों का जायजा लेने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने भिवानी के ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया तो कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ भी आनन-फानन में हेलीकॉप्टर से उन्ही खेतों का दौरा करने पहुंच गए.
साफ है किसानों के उजड़े हुए खेत नेताओं के सियासी तीर्थस्थल बन गए हैं. नाउम्मीद किसान चढ़ावे के इंतजार में हैं.