बीजेपी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा उत्तर प्रदेश की आईएएस अधिकारी दुर्गा नागपाल के निलंबन को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखा गया पत्र पूरी तरह से ‘राजनीति से प्रेरित’ है. उन्होंने सवाल किया कि सोनिया आईएएस अधिकारी अशोक खेमका पर खामोश क्यों रहीं?
मीनाक्षी लेखी ने कोलकाता में संवाददाताओं से कहा, ‘पत्र लिखने का कारण है कि वे परेशान हैं, क्योंकि कांग्रेस के खिलाफ जनता का गुस्सा बढ़ रहा है. उनका पत्र सिद्धांत से ज्यादा राजनीति से प्रेरित है.’
मीनाक्षी लेखी ने कहा, ‘अगर सोनिया गांधी को दुर्गा नागपाल के निलंबन की इतनी चिंता है, तो उन्हें आईएएस अधिकारी अशोक खेमका के मामले पर भी गौर करना चाहिए, जिसका राबर्ट वाड्रा के भूमि सौदे की जांच करने पर तबादला किया गया.’ उन्होंने कहा कि खेमका का तो 44 बार तबादला किया जा चुका है.
इसी मसले पर पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने दिल्ली में कहा कि मनमोहन सिंह को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पत्र का इंतजार किए बगैर कार्रवाई करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा, ‘पत्र की कोई जरूरत नहीं थी. उन्हें यह (प्रधानमंत्री से) मौखिक रूप से कहना चाहिए था.’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पत्र का इंतजार किए बगैर कार्रवाई कर सकते थे.
इससे पहले, बीजेपी नेता ने अपने आवास पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में जमा लोगों को संबोधित करते हुए दुर्गा का निलंबन तुरंत वापस लेने की मांग की और दावा किया कि दुर्गा के खिलाफ कार्रवाई से ईमानदार अधिकारियों का मनोबल गिरा है.
गौरतलब है कि सोनिया गांधी ने दुर्गा शक्ति नागपाल का मसला उठाते हुए प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि किसी भी अधिकारी से अन्याय नहीं होना चाहिए.