कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले 9 साल में पहली बार इंडिया टुडे/आज तक को इंटरव्यू दिया. इंडिया टुडे को दिए गए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सोनिया गांधी ने इंदिरा गांधी की विचारधारा, उनसे जुड़े विवादों से लेकर कांग्रेस की वर्तमान नीति, उनमें बदलावों की जरूरत और मोदी सरकार के फैसलों को लेकर भी पूरी बेबाकी से अपनी बात रखी. सोनिया गांधी ने ये इंटरव्यू इंडिया टुडे के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई को इलाहाबाद में ऐतिहासिक स्वराज भवन में दिया. सोनिया गांधी की इंटरव्यू की ये है 9 बड़ी बातें.
1. कांग्रेस में बदलाव से जुड़े सवाल पर
जब सोनिया गांधी से ये पूछा गया कि कांग्रेस को बदलते समय के अनुसार अपनी नीतियों में किस तरह के बदलावों की जरूरत है तो सोनिया गांधी ने कहा कि हर दौर में अपने तरह की चुनौतियां और राजनीतिक चेहरे होते हैं. इसलिए पार्टी में बदलाव की जरूरत नहीं है. मुझे लगता है कि कांग्रेस की मौजूदा रणनीति बिल्कुल सही है.
2. पार्टी के भविष्य पर
कांग्रेस पार्टी के भविष्य और भावी रणनीतियों पर भी सोनिया गांधी ने बात की और कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि कांग्रेस पार्टी को अगले चुनावों में पूरा बहुमत मिलेगा. सोनिया गांधी ने कहा कि चुनाव में हार-जीत लगा रहता है.
3. आपातकाल से जुड़े सवाल पर
देश में इमरजेंसी से जुड़े सवाल पर सोनिया गांधी ने कहा कि मैं कह नहीं सकती कि आज इंदिराजी आपातकाल को किस तरीके से देखतीं लेकिन अगर इस फैसले से वे बेचैन नहीं होतीं तो चुनाव का ऐलान नहीं करती.
4. वंशवाद को बढ़ावा दिया?
जब सोनिया गांधी ने ये पूछा गया कि क्या इंदिराजी ने कांग्रेस में वंशवाद को बढ़ावा दिया. सोनिया गांधी ने कहा कि ये आरोप गलत है, जवाहर लाल नेहरू जनता के नेता थे. इंदिरा गांधी लोकतांत्रिक तरीके से चुनकर आई थीं, उन्होंने धर्मनिरपेक्षता पर बल दिया. लोग साथ जुड़ते गए और पार्टी मजबूत होती गई. फिर पार्टी ने ये तय किया किसे आगे करना है. इंदिरा ने केवल गरीबों के हित में काम किया.
5. मोदी की इंदिरा गांधी से तुलना पर
सोनिया गांधी से जब से पूछा गया कि लोग कहते हैं कि नरेंद्र मोदी इंदिरा गांधी जैसे मजबूत नेता हैं? तो सोनिया ने कहा कि मैं इस तरह की तुलना से सहमत नहीं हूं. इंदिरा जी और उनकी राजनीति को मत भूलिए. वो कांग्रेस अध्यक्ष बनीं, फिर पीएम बनी. लेकिन उनका मजाक बनाया गया. उन्हें अपमानित किया गया. पार्टी के भीतर ही उन्हें निशाना बनाया गया. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी, मुकाबला किया और विजय हासिल की.
6. परिवार से मिली प्रेरणा
कांग्रेस पार्टी में वंशवाद और अपने परिवार के सियासत में आने पर सोनिया गांधी ने बेबाकी से कहा कि जिस तरह से डॉक्टर से परिवार के लोग डॉक्टरी के क्षेत्र में आते हैं प्रोफेसर के परिवार के लोग शिक्षा के क्षेत्र में जाना पसंद करते हैं उसी तरह सभी क्षेत्र में लोग अपने परिवार के लोगों के नक्शे कदम पर चलते हैं. सोनिया गांधी ने कहा कि हालांकि, राजनीति में स्थिति थोड़ी अलग होती है. यहां आपका चयन लोकतांत्रिक तरीके से होता है.
7. स्वतंत्रता संग्राम की पृष्ठभूमि
सोनिया गांधी ने कहा कि इंदिरा जी का पालन-पोषण स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हुआ था. उन्होंने बचपन में वानर सेना बनाई और स्कूली छात्र-छात्राओं को एकजुट कर स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा. कई बार वे जेल भी गईं. सोनिया गांधी ने कहा कि राहुल और प्रियंका में इंदिरा जी जैसी की खासियतें हैं. लेकिन मैं इस बारे में विस्तार से तब बताऊंगी जब मैं किताब लिखूंगी.
8. इंदिरा जी से मिला पूरा सहयोग
पारिवारिक मुद्दों पर बोलते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मैं बिल्कुल अलग संस्कृति और पारिवारिक पृष्ठभूमि से आई थी लेकिन इंदिरा जी ने मुझे पूरा सहयोग किया. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि जैसा सोनियाजी दिखती थी उससे बिल्कुल अलग उनका व्यवहार था. इंदिरा जी ने भाषा, संस्कृति को लेकर उनकी दिक्कतों को समझा.
9. कला से जुड़ीं थी इंदिरा गांधी
इंदिरा गांधी की पसंद नापसंद के बारे में भी सोनिया गांधी ने बात की और कहा कि म्यूजिक, क्लासिकल और फोल्क आर्ट और पर्यावरण में इंदिराजी की रुचि थी.