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सोनिया अपने ट्रस्टों का ब्योरा सार्वजनिक करे: बीजेपी

भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से सोमवार को मांग की कि वह जिन ट्रस्टों की मुखिया हैं उनकी सम्पत्ति सार्वजनिक करें.

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भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से सोमवार को मांग की कि वह जिन ट्रस्टों की मुखिया हैं उनकी सम्पत्ति सार्वजनिक करें.

भाजपा राष्ट्रीय महासचिव तथा उत्तराखंड प्रभारी थावरचंद्र गहलौत ने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने बाबा रामदेव के ट्रस्टों के ब्यौरे सार्वजनिक करने की मांग की थी. रामदेव ने उसे सार्वजनिक कर दिया और अब कांग्रेस की बारी है. उन्होंने कहा कि जिन ट्रस्टों की मुखिया सोनिया गांधी हैं, उनके ब्यौरे सार्वजनिक किये जाने चाहिये.

गहलौत ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार सोनिया राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट सहित करीब एक दर्जन ट्रस्टों की मुखिया हैं और सोनिया यह बताएं कि इन ट्रस्टों में धन कहां से आता है और कहां जाता है. उन्‍होंने दिल्ली के रामलीला मैदान में रामदेव के अनशन के दौरान पुलिस कार्यवाही को दुर्भाग्यपूर्ण और अलोकतांत्रिक बताते हुये कहा कि पुलिस ने आधी रात के बाद योगगुरू और उनके समर्थकों पर हमला किया. यह एक राजनैतिक फैसला था न कि प्रशासन स्तर पर इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया.

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गहलौत ने आरोप लगाया कि बाबा रामदेव को मिली सत्याग्रह की अनुमति को वापस लेने की सूचना तो दी नही गयी और पुलिस बर्बरता पर उतर आयी. प्रधानमंत्री, सोनिया गांधी और केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदम्बरम को बाबा और देश से मांफी मांगनी चाहिये. उन्होने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार ने बाबा के आंदोलन को कुचलने की कोशिश की क्योंकि काले धन को लेकर चलाये जा रहे इस आंदोलन से बेहद परेशान थी.

भाजपा नेता का कहना था कि स्विट्जरलैंड की सरकार ने अपने यहां एक कानून बना दिया है जिसके तहत कोई भी देश अपने यहां के नागरिकों के खातों का व्यौरा ले सकता है. गहलौत ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार काले धन को वापस देश में लाना ही नहीं चाहती है. उन्होंने कहा कि केन्द्र ने बाबा रामदेव तथा अन्ना हजारे के साथ धोखा किया है लेकिन उन दोनों द्वारा चलाया गया आंदोलन अब एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है और यह अब समाप्त नहीं होने वाला है.

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