उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने प्रचार अभियान का आगाज करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रदेश में पिछले 22 वर्षों के दौरान सत्ता पर काबिज रहे गैरकांग्रेसी दलों पर सूबे को तबाह करने का आरोप लगाया.
सोनिया ने केन्द्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र गोंडा में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभा में सपा, भाजपा और बसपा पर तीखे हमले करते हुए कहा कि इन सभी दलों ने पिछले 22 वर्षों में जनता के हितों के लिये कोई काम नहीं किया. उन्होंने सूबे का विकास तो नहीं किया अलबत्ता अपनी जेबें जरूर भरीं.
उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश ने देश का ही नहीं बल्कि कुछ मामलों में दुनिया का नेतृत्व किया है. उप्र में पिछले 22 वर्षों से क्या हुआ है. सरकारें आती जाती हैं, लेकिन ऐसा नहीं होता जैसा उत्तर प्रदेश में हुआ. पिछले 22 सालों में देश-दुनिया में बहुत बदलाव हुआ है, खूब तरक्की हुई लेकिन अफसोस कि जिन पार्टियों ने यहां सरकारें बनाईं उन्होंने पूरे उप्र में तबाही ला दी.’
सोनिया ने उत्तर प्रदेश में मायावती के नेतृत्व वाली बसपा सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि चुनाव से महज एक महीने पहले अपने 21 मंत्रियों को हटा दिया. क्या पांच साल तक उन्हें अपने इन मंत्रियों का भ्रष्टाचार नहीं दिखा. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘मौजूदा मुख्यमंत्री चुनाव से ठीक पहले 21 मंत्रियों का इस्तीफा लेती हैं. पांच सालों तक उन्हें अपने मंत्रियों की बेईमानी नहीं दिखाई दी. क्या अब सरकार पाक साफ हो गयी. यह जनता को धोखा देने वाली बात है. क्या यह जनता को ठगने की कोशिश नहीं है.’
सोनिया ने कहा कि राज्य में आम आदमी की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. ऐसा इसलिये है क्योंकि पिछले 22 सालों में जिन दलों ने यहां सरकारें चलाई हैं उनके लोग तमाम तरह के गलत कामों में शामिल रहे हैं. सोनिया ने कहा, ‘आम आदमी का सम्मान और सुरक्षा हर पल खतरे में है. उसके चारों तरफ समस्याएं खड़ी हैं. किसानों को सुविधाएं मिलना तो दूर अपनी जिंदगी चलाने के लिये उनके पास जो थोड़ी बहुत जमीन है वह भी खतरे में है. क्या जाने कब कोई सरकारी फरमान आ जाए और उस जमीन पर कब्जा हो जाएगा.’
उन्होंने भाजपा और सपा पर भी निशाना साधा और कहा, ‘भाजपा और सपा की सरकारों के कार्यकाल में भी यही हुआ है. मैं समझती हूं कि सब एक ही थली के चट्टे बट्टे हैं.’ सोनिया ने कहा कि पूर्व में भाजपा और बसपा ने छह-छह महीने तक सरकार बनाने का फैसला किया था. सरकार के लिये छह महीने से ज्यादा का धीरज किसी के पास नहीं था. वे अपने स्वार्थ के लिये और अपना घर भरने के लिये सरकार बना रहे थे.’
सोनिया ने कांग्रेस प्रत्याशियों को जिताने की अपील करते हुए कहा, ‘अगर उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनती है तो वह महिलाओं, दलितों, पिछड़ों, किसानों समेत सभी वर्गों की सरकार होगी. पारदर्शी शासन की सरकार होगी और आपकी वर्तमान तथा नई पीढ़ी की सरकार होगी.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि आप इन सब बातों पर जरूर गौर करेंगे और चुनाव के दिन अपना एक-एक वोट देकर हमारे प्रत्याशियों को जिताएंगे.’
सोनिया ने कहा, ‘अगर इस देश में कोई ऐसी राजनीतिक पार्टी है, जिसने जनता को कभी नहीं छला तो वह सिर्फ कांग्रेस है. उसने पूरे समाज को बराबरी की नजर से देखा है और समाज के सभी वर्गों की चिंता करती है. हमने जो कहा वह करके दिखाया है.’
उन्होंने केन्द्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार के कार्यों का जिक्र करते हुए कहा, ‘हमने अपने घोषणापत्र में कही गयी सभी बातें अमल में लाई हैं. हमने नरेगा के तहत 100 दिन का रोजगार दिया. सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, बिजली, पानी के लिये योजनाएं चलाईं. अनिवार्य एवं मुफ्त शिक्षा का अधिकार दिया. कोई भूखा नहीं रहे इसलिये लिये खाद्यान्न सुरक्षा कानून लाए.’
सोनिया ने कहा कि केन्द्र की संप्रग सरकार ने तमाम योजनाओं को लागू करने के लिये उत्तर प्रदेश सरकार को एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की धनराशि दी, मगर उन योजनाओं पर अमल नहीं हुआ.